दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने नागरिकों से पुनः अपील की है कि कोरोना संक्रमण को लेकर बेहद सजग रहें और किसी भी तरह अपनी सुरक्षा को लेकर ढिलाई नहीं बरतें। कलेक्टर ने कहा कि लाकडाउन की वजह से केसेस में कमी आई है। लाकडाउन के दौरान लोगों ने पूरा अनुशासन रखा, मास्क का उपयोग करते रहे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया। इसके नतीजे जमीनी स्तर पर नजर आ रहे हैं और रिकवरी बढ़ी है लेकिन कोरोना संक्रमण का खतरा अभी बना हुआ है। किसी भी सूरत में लापरवाही बरतना ठीक नहीं है। सार्वजनिक स्थलों में जब भी जाएं, शापिंग के लिए जाएं तो मास्क लगाकर जाएं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। उन्होंने कहा कि जब सजगता कम हो जाती है तो कोरोना संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में स्थिति पर नियंत्रण करने लाकडाउन का निर्णय लेना पड़ता है। नागरिकगणों से अपील है कि पूरी सजगता बरतें ताकि संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण हो सके और भविष्य में लाकडाउन का निर्णय नहीं लेना पड़े। यदि सावधानी चूकी और ऐसी स्थिति निर्मित हुई तो परिस्थितियों को देखते हुए पुनः ऐसा निर्णय लिया जा सकता है। कलेक्टर ने कहा कि त्योहारों के मौके पर विशेष रूप से अधिक भीड़ होती है। बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग कैसे बनाई जा सके, इसके लिए प्रशासन रणनीति तैयार कर रहा है इसके लिए सामाजिक संगठनों से और नागरिकगणों से भी फीडबैक लिये जा रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन द्वारा आरंभ की गई कोई भी मुहिम आम नागरिकों की सजगता की वजह से ही सफल हो पाती है। त्योहारों के मौके पर चूंकि बाजारों में और अन्य स्थलों में गतिशीलता बढ़ सकती है अतएव बाजार जाने के दौरान अपनी संक्रमण से लेकर हिफाजत का खास ध्यान दें। कलेक्टर ने व्यापारिक संगठनों से भी कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग के पालन और मास्क के उपयोग को लेकर जागरूकता अभियान चलाएं। सामाजिक संगठनों से उन्होंने अपील करते हुए कहा कि सामाजिक संगठनों की इस संबंध में बहुत अहम भूमिका होती है। वे अपने सदस्यों को सुरक्षा उपाय के पालन के संबंध में जागरूक करें। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना संक्रमण को यदि प्रारंभिक समय में चिन्हांकित कर लिया जाए तो इसकी रोकथाम आसान हो जाती है। इसलिए जैसे ही सर्दी-बुखार, खांसी, गले में खराश जैसे लक्षण नजर आएं, वैसे ही टेस्ट कराएं। कलेक्टर ने पचास वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों से अपना विशेष रूप से ध्यान रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस आयु वर्ग के नागरिक यथासंभव घर पर ही रहें और बिना आवश्यक कारण के घर से बाहर न निकलें। उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों को भी घर से न निकलने दें। बच्चे भी इस वायरस के सुपर स्प्रेडर हो सकते हैं। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर ने बीते दिनों अधिकारियों की बैठक ली थी जिसमें उन्होंने कहा था कि अगले सौ दिन कोरोना संक्रमण को लेकर बेहद संवेदनशील हैं क्योंकि इस अवधि में नवरात्रि, दशहरा, दीपावली, ईद, छठ, क्रिसमस जैसे बड़े त्योहार होंगे। इनमें बड़ी संख्या में लोग जुट सकते हैं ऐसे में संक्रमण से सुरक्षा को लेकर प्रभावी उपाय करने होंगे।