दुर्ग (छत्तीसगढ़): दुर्ग पुलिस ने नशा मुक्ति अभियान के तहत बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए 12 लाख रुपये की हेरोइन (चिट्टा) के साथ दो तस्करों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी पंजाब के रहने वाले हैं और पिछले कुछ समय से दुर्ग-भिलाई क्षेत्र में हेरोइन की सप्लाई कर रहे थे।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मोहन नगर की कृषि उपज मंडी के पास दो युवक हेरोइन बेचने की फिराक में घूम रहे हैं। सूचना पर मोहन नगर थाना और ACCU टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गुरुदेव सिंह और राजविंदर सिंह नामक दो युवकों को मौके से गिरफ्तार किया।

तस्करी का नेटवर्क:
पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपी पंजाब के फिरोजपुर जिले से हेरोइन लाकर दुर्ग और भिलाई में बिक्री करते थे। राजविंदर सिंह पहले वैशाली नगर में किराए के मकान में रहता था और ड्राइवरी का काम करता था। वहीं से उसने अपने दोस्त गुरुदेव सिंह के साथ मिलकर हेरोइन तस्करी की योजना बनाई।
जब्ती और कीमत:
पुलिस ने 150 ग्राम हेरोइन, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग ₹12 लाख बताई जा रही है, जब्त की है। साथ ही बिक्री की नगद रकम ₹53,000 भी बरामद की गई है। आरोपी इस हेरोइन को प्रति ग्राम ₹8,000 में बेचते थे।
पुलिस का बयान:
ACCU प्रभारी डीएसपी अजय सिंह ने बताया कि “दोनों आरोपी नशे के कारोबार से लंबे समय से जुड़े थे और क्षेत्र में युवाओं को निशाना बनाकर नशा फैला रहे थे। इस गिरफ्तारी से एक बड़ा नेटवर्क उजागर हुआ है। पुलिस आगे की जांच में लगी है।”
दुर्ग पुलिस की इस कार्रवाई से नशा कारोबारियों के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि नशा संबंधित गतिविधियों की सूचना तुरंत दें, ताकि समाज को नशामुक्त बनाया जा सके।
