दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच ने 6 माह की जीएसटी क्षतिपूर्ति राशि 3500 करोड़ राज्य को देने और सीएसआर की राशि राज्य को वापस लौटाने की मांग को लेकर सांसद सरोज पांडेय के निवास के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान मंच के नेताओं ने प्रदेश के सांसदों की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए। नेताओं ने कहा कि प्रदेश के सांसदों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने जीएसटी और सीएसआर के विषय पर बोलने की हिम्मत ही नहीं है। मंच के नेताओं ने सांसद सरोज पांडेय के दिल्ली प्रवास पर होने के कारण उनके कार्यालय प्रतिनिधि को ज्ञापन भी सौंपा।
प्रदर्शन के दौरान अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से संसद के लिए निर्वाचित प्रतिनिधियों का यह दायित्व है कि वह राज्य के हितों की रक्षा करे, मगर छत्तीसगढ़ के सांसद राज्य के प्रति अपने दायित्व का निर्वाह करने में पूरी तरह विफल हैं। केंद्र 6 माह की जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि लगभग 3500 करोड़ रुपए देने में आनाकानी कर रही है। राज्य के अधिकार क्षेत्र के सीएसआर की राशि को छीनकर पीएम केयर्स फंड में जमा करा रही है किंतु छत्तीसगढ़ के सांसदों में इतनी हिम्मत नहीं है कि मोदी सरकार के सामने अपना मुंह खोल सके। लाकडाऊन – 1 के दौरान राज्य वापस लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिये केंद्र सरकार ने योजना लागू किया है किंतु छत्तीसगढ़ के सांसद योजना का लाभ छत्तीसगढ़ के 7 लाख प्रवासी मजदूरों को दिलाने में भी विफल रहे हैं। प्रदर्शन में पूरनलाल साहू, रऊफ खान, अमित हिरवानी, रूपनारायण साहू, सोनू राजपूत, अक्षय साहू, सोमू यादव, भोलाराम साहू, राहुल सागर, ढालेस साहू, साजिद अंसारी, भीमा साहू, सुमित डहरे, दिनेश साहू मौजूद थे। इससे पहले मंच के कार्यकर्ताओं ने सांसद विजय बघेल के निवास के सामने भी इसी तरह प्रदर्शन किया था।