प्रति एकड़ 20 क्विंटल और 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू करने की मांग, किसानों ने किया प्रदर्शन

दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के बैनर तले आज किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। किसानों ने प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 1 नवंबर से प्रारंभ करने और प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी किए जाने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा किसान न्याय योजना के अंतर्गत सभी किसानों को 10 हजार रूपये प्रति एकड़ आदान राशि का भुगतान  एवं आदान राशी एकमुश्त अप्रैल से जून माह तक करने की मांग भी की गई है।
संगठन के नेताओं ने बताया कि केन्द्र सरकार ने राज्य से 60लाख मिट्रीक टन चावल लेने की सहमति दे दी है जो कि पिछले साल से16.5लाख मिट्रीक टन‌अधिक है। जिसके लिए राज्य सरकार को 25लाख मिट्रीक टन अतिरिक्त धान खरीदने का रास्ता खुल गया है। इस बात के मद्देनजर छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के बैनरे तले जिले के किसानों ने प्रर्दशन किया एवं राज्य सरकार से प्रति एकड़ 20क्वींटल धान खरीदने का आग्रह किया एवं धान खरीदी1नवंम्बर से शुरू करनें का मांग किया गया।जिससे की किसानों को होने वाली नुकसान से बचा जा सके।
उन्होंने कहा कि समर्थन मूल्य पर रबी फसल चना‌ गेहूं की सरकारी खरीद नही होने के कारण उचित मूल्य नही मिल पाता है एवं औने पौने दाम पर अपनी फसल बेचन पड़ता है। अत: चना, गेहूं की सरकारी खरीदीशुरु किया जावे जिसे राज्य सरकार ने चुनाव के समय अपने घोषणापत्र में शामिल किया था।         
राजीव गांधी किसान न्याय योजना में सभी किसानों को शामिल  करके 10 हजार रू. प्रति एकड़ की आदान राशि जून माह तक एकमुश्त प्रदान करने एवं  सिंचाई के लिए किसानों को बीजली सब्सीडी की तरह असिंचित क्षेत्रों के किसानों को भी नगद सहायता की भी मांग की है।
प्रदर्शन में दुर्ग के अलावा बालोद जिला के किसान भी शामिल हुए, किसान गांधी प्रतिमा के पास इकट्ठा हुए और हाथों में मांगों से संबंधित तख्तियां और झंडा लिये नारे लगाते हुए रैली के रूप में जिला कार्यालय पहुंचे जहां किसानों को गेट पर ही रोक दिया गया जहां किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम मांगपत्र डिप्टी कलेक्टर ठाकुर को दिया।
किसानों के रैली प्रदर्शन में राजकुमार गुप्ता,आई के वर्मा, झबेंद्र भूषण वैष्णव, पुरूषोत्तम बाघेला, उत्तम चंद्राकर, परमानंद यादव, बाबूलाल साहू, बंशी देवांगन, बद्रीप्रसाद पारकर, मेघराज मढ़रिया, संतु पटेल, शंकर राव, योगेश्वर दिल्लीवार, प्रमोद पवांर, कल्याण सिंह ठाकुर, वेदनाथ हिरवानी, विष्णु साहू, चंद्रहास अग्रवाल, टेकराम देशमुख, माधो साहू, दीपक यादव, रूठूराम नेताम, एम एल पटेल, हरनारायण पटेल, हर प्रसाद आडिल, बालोद के जीवनंदन पिपरिया सहित सैकडों किसान शामिल थे ।