कार नदी में गिरी, मां की मौत, व्यथित बेटे ने फांसी पर झूल कर दी जान, था एकलौता

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कार के नदी में गिरने और कार सवार महिला की मौत के मामले में एक और सदमे वाली खबर आई है। मां के साथ कार में सवार बेटे ने इस हादसे व्यथित होकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का कारण उसका पत्नी के साथ विवाद होना भी बताया जा रहा है। मां के बाद परिवार व ग्रामीणों ने उसी मुक्तिधाम में सोमवार को बेटे का अंतिम संस्कार किया।
आपको बता दें कि शनिवार को बोरई निवासी वेदप्रकाश अपनी मां के साथ कार से दुर्ग आया था। बैंक से रुपए लेने के बाद गृह ग्राम लौटते समय कोटनी एनिकट के ढलान में कार का स्टेरिंग फेल होने से कार अनियंत्रित हो गई। और कार नदीं में जा गिरी। इस घटना में वेदप्रकाश जैसे तैसे नदी से बाहर आकर जान बचा ली, लेकिन उसकी मां की मौत डूबने की वजह से हो गई।
मां का अंतिम संस्कार कर लौटने के बाद वह गुमसुम था। परिवार वालो से भी बातचीत करना बंद कर दिया था। ग्रामीणों का कहना था कि वह मां की मौत को लेकर डिप्रेशन में आ गया था। स्वयं को उनकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहरा रहा था। हालिक ग्रामीणों और परिवार के सदस्यों ने उसे यह समंझाईश दे रहे थे कि वह एक हादसा था। हादसे के लिए कोई जिम्मेदार नहीं होता। इसके बाद भी वह मां जामवती बाई साहू की मौत के लिए स्वंय को दोषी मानते हुए आत्महत्या कर ली।
जानकारी के मुताबिक वेदप्रकाश अपने पिता का इकलौता बेटा था। उसके दो चाचा के घर भी कोई बेटा नहीं है। इसलिए पूरे परिवार में वह सबका लाडला था। वेदप्रकाश की पांच साल की एक बेटी है। वहीं वेद प्रकाश के पिता को कैंसर होना बताया गया है। इस घटना से पूरा बोरई गांव स्तब्ध है।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि वेदप्रकाश घटना को लेकर विचलित हो चुका था। आत्महत्या से पहले पति पत्नी के बीच में विवाद भी हुआ था। विवाद वजह क्या थी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। लेकिन परिवार का कहना है कि वेदप्रकाश ने आत्महत्या मां की मौत से क्षुब्त होकर किया है।
पुलिस के मुताबिक वेदप्रकाश के घर से लगे हुए ब्यारा में नीम पेड़ लगा था। उसने पर नायलोन की रस्सी से फंदा तैयार उसने आत्महत्या कर ली। सोमवार सुबह ग्रामीणों को पेड़ पर शव लटकता मिला। मामले में पुलगांव पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।

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