बलरामपुर (छत्तीसगढ़): दुबई में नौकरी दिलाने का सपना दिखाकर लोगों से लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ पुलिस ने इस बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। केरल का रहने वाला 42 वर्षीय आरोपी प्रशांत शशिधरन नायर घटना को अंजाम देने के बाद देश छोड़कर फरार हो गया था। लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते उसे ओमान से कोच्चि एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
कैसे हुआ खुलासा?
शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के बचवार गांव निवासी प्रेमनाथ गिरी ने थाने में लिखित शिकायत दी थी कि उसे दुबई में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा गया है। प्रेमनाथ, जो पिछले 20 वर्षों से दुबई में काम कर रहा था, लॉकडाउन के बाद भारत लौट आया था। कुछ दिनों बाद उसे उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के निवासी रामाशीष मद्धेशिया का फोन आया। उसने दुबई में अच्छी नौकरी दिलवाने का भरोसा दिलाया और इसके बदले 1 लाख 20 हजार रुपये की मांग की।

प्रेमनाथ ने झांसे में आकर दो किस्तों में 84 हजार रुपये बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दिए। लेकिन इसके बाद न तो उसे कोई टिकट मिला, न कॉल आया और न ही किसी प्रकार की जानकारी दी गई। खुद को ठगा महसूस कर प्रेमनाथ ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की और एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, मुख्य आरोपी प्रशांत नायर देश से फरार था। सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे ओमान से भारत लौटते समय कोच्चि एयरपोर्ट पर धर दबोचा और बलरामपुर लाकर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
बलरामपुर पुलिस की यह कार्रवाई ठगी के खिलाफ एक सख्त संदेश देती है और लोगों को जागरूक करती है कि विदेश नौकरी के नाम पर किसी भी लालच में न आएं।
