बीआईटी की जूनियर छात्रा को थप्पड़ मारे जाने के विवाद ने बुधवार को उग्र रुप ले लिया। विवाद को लेकर जहां दो गुट आपस में भिड़ गए है। वहीं जमकर पत्थरबाजी व तोडफ़ोड़ की गई। इस पत्थरबाजी व तोडफ़ोड़ में राहगीरों की कई वाहनें छतिग्रस्त होने की जानकारी सामने आई है। पुलिस विभाग की सर्तकता से किसी प्रकार का गंभीर हादसा नहीं हो पाया।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। छात्रा को थप्पड़ मारे जाने की घटना को सैकंड इयर के छात्रों ने अंजाम दिया था। घटना के कुछ दिन पुरानी है। इस घटना की जानकारी छात्रा ने थर्ड इयर के सीनियर के छात्रों को दी थी। इसी विवाद को लेकर सेकेंड इयर व थर्ड इयर के छात्र आपस बुधवार को आपस में भिड़ गए। इसी दौरान कुछ छात्र शंकरा कालेज के छात्रों को बुला कर ले आए। जिसके बाद दो पक्षों की ओर से मारपीट के साथ साथ पत्थरबाजी की जाने लगी। इस पत्थर बाजी की जद में आने से जीई मार्ग से गुजरते कुछ वाहन छतिग्रस्त हो गए। वहीं कुछ उपद्रवियों ने इरादतन दो पहिया वाहनों को छतिग्रस्त कर दिया। इस उपद्रव में कॉलेज के अंकुर पांडेय, मयंक सिंहा, युवराज मेहरा की भूमिका होने की जानकारी सामने आई है।
शाम लगभग 4 बजे से प्रारंभ इस उपद्रव की सूचना मिलने पर पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में स्थिति को नियंत्रण में लिया गया। सूचना मिलने पर एएसपी लखन पटले, सीएसपी विवेक शुक्ला सहित सभी क्षेत्र के थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंच गए थे। इस घटना में कुछ छात्रों के चौटिल होने की जानकारी सामने आई है। एएसपी लखन पटले ने बताया कि मामले की गंभीरता से पुलिस पड़ताल की जा रही है। इस मामले के दोषियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि दोषियों की पतासाजी के लिए प्रबंधन से सीसीटीव्ही फुटेज लिए जा रहे हैं। फिलहाल कोई भी शिकायतकर्ता सामने नहीं आया है।