फर्जी आईडी से कारीगर की नौकरी हासिल कर करते थे सोना पार, दुर्ग पुलिस के हत्थे चढ़ा गिरोह

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। फर्जी आईडी से कारीगर की नौकरी हासिल कर ज्वेलरी की दुकानों से सोना पार करने वाला अंतर्राज्यीय गिरोह दुर्ग पुलिस के हत्थे चढ़ा है। पुलिस की गिरफ्त में आए 5 आरोपियों के कब्जें से लगभग आधा किलो सोना, एक दर्जन से अधिक मोबाइल व सिम कार्ड, फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड आदि जब्त किए गए हैं। वही 25 बैंक खातों को फ्रिज किया गया है। इस गिरोह द्वारा दुर्ग के अलावा मुंबई व गुजरात में भी इस तरीके से वारदातों को अंजाम दिए जाने का भी खुलासा हुआ है।

यह जानकारी एसपी प्रशांत अग्रवाल ने आज यहां आयोजित पत्रवार्ता में दी। उन्होंने बताया कि आरोपी काफी शातिरआना अंदाज से घटना को अंजाम देते थे। इस गिरोह का मास्टर माइंड पश्चिम बंगाल निवासी शुकुर खान है। शुकुर खान अपने गिरोह के सदस्यों को फर्जी आईडी और आईडी से जुडी लोकेशन की जानकारी उपलब्ध कराई जाती थी। इसके अलावा सदस्यों के रहने व खाने का खर्चा भी वहीं उठाता था। फर्जी आईडी के माध्यम से युवक ज्वेलर्स की दुकानों में जेवरात कारीगर के रूप में नौकरी हासिल करते थे और मौका देखकर कारखाने से सोना की चोरी कर चंपत हो जाते थे।
इसी तरीके से दुर्ग के ब्राह्मण पारा स्थित रामकृष्ण सामंत ज्वेलर्स में चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया था। फर्जी आईडी के माध्यम से अजहर शेख नाम के युवक ने 25 जून को कारीगर के रूप में काम करने आया था। चार दिनों बाद 30 जून को अजहर जेवरात बनाने के कारखाना में काम करने वाले अन्य कारीगरों के लॉकर को तोड़ कर लगभग 500 ग्राम सोना चोरी कर फरार हो गया था। घटना की शिकायत पर पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की। पड़ताल में अजहर द्वारा दुकान में उपलब्ध कराया गया आईडी फर्जी निकला। वहीं मोबाइल से भी लोकेशन की जानकारी हासिल नहीं हो सकी। इस मामले का खुलासा करने एएसपी सिटी संजय ध्रुव व सीएसपी विवेक शुक्ला में नेतृत्व में पुलिस व साइबर टीम का गठन कर जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसी दौरान टीम को जानकारी मिली कि गुजरात, मुंबई, राजस्थान व बैंगलोर में भी इसी तरीके सोना चोरी की वारदातों को अंजाम दिया गया है। गुजरात व मुंबई पुलिस के सहयोग से आरोपी जिन्नौट उर्फ अजहर शेख उर्फ गोबेट उर्फ शफिजुल उर्फ बाघ (26 वर्ष) को हिरासत में लिया। उसके साथ ही शुकुर अली शेख (37 वर्ष) भी पुलिस के हत्थे चढ़ा। पूछताछ में आरोपियों ने दुर्ग में चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। दोनों आरोपियों की निशानदेही पर शेख अकरम कासेम (30 वर्ष), साहिल पोरे उर्फ रिजू (24 वर्ष), समत खान उर्फ अभिजीत मंडल को भी गिरफ्तार किया गया है। सभी 5 आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है।
चोरी की इस शातिर वारदात का खुलासा करने में दुर्ग कोतवाली टीई राजेश बागड़े, साइबर सेल प्रभारी गौरव तिवारी, हेड कांस्टेबल चंद्रशेखर बंजीर, कांस्टेबल विक्रांत यदु, निखिल साहू, विजय शुक्ला, जावेद हुसैन खान, दिनेश विश्वकर्मा, अभय नारायण राज, सुरेश चौबे, रवि बिसाई, उपेन्द्र यादव, महिला कांस्टेबल आरती सिंह के साथ गुजरात व मुंबई पुलिस की टीम की विशेष भूमिका रही।