रायपुर, 5 मई 2025/ — सुशासन तिहार 2025 के तहत, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने जांजगीर जिले में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 142 वर्षों बाद एक नई प्रशासनिक इमारत का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने जांजगीर में नव-निर्मित तहसील कार्यालय भवन का उद्घाटन किया, जो अब जिलेवासियों के लिए एक बड़ी सौगात बनकर उभरा है। यह भवन 1883 में अंग्रेजी शासन के दौरान बने पुराने तहसील भवन की जगह बना है, और इसकी निर्माण लागत 4 करोड़ 21 लाख रुपये आई है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सरकार का उद्देश्य यह है कि सभी नागरिकों को सरकारी सेवाएं सरल, सहज और सुलभ रूप से उपलब्ध हों, और यह नवीनतम भवन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस नई इमारत से 54 गांवों और 24 पटवारी हल्कों के लोग राजस्व संबंधित सेवाएं एक ही स्थान पर प्राप्त कर सकेंगे, जिससे उन्हें परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

इस भवन में लोक सेवा केंद्र के माध्यम से नागरिकों को जाति, निवास और आय प्रमाण पत्र जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं मिलेंगी। इसके अलावा, दस्तावेजों का नियमानुसार प्रेषण, नजीर शाखा, निर्वाचन कार्य, भूमि और राजस्व अभिलेख, राजस्व वसूली सहित अन्य प्रशासनिक कार्यों के लिए समस्त आवश्यक शाखाओं की स्थापना की गई है। अधिकारियों के लिए पूरी तरह से सुसज्जित कक्षों का निर्माण किया गया है, जहां अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, अतिरिक्त तहसीलदार और नायब तहसीलदार अपनी कार्यवाहियों को सुगमता से पूरा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष श्री नारायण चंदेल, विधायक श्री व्यास कश्यप, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों सहित कई गणमान्य अतिथियों को इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में आमंत्रित किया।
यह उद्घाटन जांजगीर जिले के नागरिकों के लिए नई उम्मीद और बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था का प्रतीक है, जो शासन की योजनाओं और सेवाओं को अधिक सुलभ और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
