पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश भर में गुस्से की लहर है और अब हर किसी की नजर इस बात पर है कि भारत कब और कैसे इसका जवाब देगा। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार, यह बैठक आधे घंटे से ज्यादा चली। इससे पहले प्रधानमंत्री एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह से भी मिल चुके हैं।
प्रधानमंत्री मोदी अब तक थल सेना, वायु सेना और नौसेना के प्रमुखों से मुलाकात कर चुके हैं। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने की रणनीति को अंतिम रूप दे रही है।

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरण वैली में हुए इस क्रूर हमले को 12 दिन बीत चुके हैं, जिसमें 25 पर्यटकों और एक कश्मीरी टट्टू वाले की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस हमले की भयावहता ने पूरे देश को झकझोर दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा है कि इस हमले के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें ऐसी सज़ा मिलेगी जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की होगी।
भारत ने अब तक पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े राजनयिक कदम उठाए हैं, जिनमें इंडस वॉटर ट्रीटी को निलंबित करना और पाकिस्तान नागरिकों के लिए वीज़ा सेवाएं बंद करना शामिल है। इसके अलावा भारत में पाकिस्तान के मिशनों के राजनयिक स्टाफ को भी घटाया गया है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया भी सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि यदि भारत पानी की आपूर्ति रोकता है, तो इसे युद्ध की घोषणा माना जाएगा और वह सभी द्विपक्षीय समझौतों, यहां तक कि शिमला समझौता, को भी रद्द करने की धमकी दे चुका है।
बीते कुछ दिनों में प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सुरक्षा से जुड़े शीर्ष अधिकारियों की लगातार बैठकें हुई हैं। कल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश को भरोसा दिलाते हुए कहा, “जो आप चाहते हैं, वह निश्चित रूप से होगा।”
रक्षा मंत्री ने आगे कहा, “भारत की भौगोलिक सुरक्षा हमारे वीर सैनिकों के कारण हमेशा सुरक्षित रही है। मेरी जिम्मेदारी है कि मैं अपने सैनिकों के साथ मिलकर सीमाओं की रक्षा करूं और जो देश को आंख दिखाए, उसे करारा जवाब दूं।”
अब पूरा देश सिर्फ एक सवाल पूछ रहा है — क्या बदला लेने की घड़ी आ गई है?
