नवदृष्टि फाउंडेशन की पहल, प्रेमदासी लालवानी की आंखे करेंगी दो अन्य आंखो को रौशन

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। नव दृष्टि फाउंडेशन की पहल पर सिंधी कालोनी निवासी प्रेमदासी लालवानी (75 वर्ष) की आंखे निधन के पश्चात भी इस संसार को देख सकेंगी। सात ही दो अन्य आंखों को रौशन करेंगी। पे्रमदास लालवानी के पुत्र संतोष पोस्ट आफिस अभिकर्ता है। उन्होंना अपनी माता के निधन के उपरांत परिजनों से सलाह मशविरा कर नेत्रदान का निर्णय लिया। उन्होंने नव दृष्टि फाउंडेशन के माध्यम से नैत्रदान कराया। समाज के नामदेव लालवानी, डॉ घनश्याम राजपाल, करिया के प्रयास से प्रेमदासी लालवानी के पति नानक राम लालवानी, पुत्रवधु कोमल लालवानी व पुत्री जया व संगीता की सहमति से नेत्रदान कराया गया।
जिला चिकित्सालय की डॉ संगीता भाटिया की निर्देश पर नेत्र सहायक अधिकारी अजय नायक, अरुण सिंह व शत्रुहन सिन्हा ने कॉर्निया कलेक्ट कर उसे सुरक्षित मेडिकल कॉलेज रायपुर पहुंचाया। लालवानी निवास पर नवदृष्टि फाउंडेशन के कुलवंत भाटिया, राज आढ़तिया, जितेंद्र हासवानी, सुरेश जैन ने नेत्रदान की प्रक्रिया में सहयोग किया। जितेंद्र हासवानी ने बताया कि सिंधी समाज की ओर से पहला नेत्रदान है। आशा है इस से पूरा सिंधी समाज नेत्रदान की प्रेरणा लेंगे। नव दृष्टि फाउंडेशन के अनिल बल्लेवार, चेतन जैन, हरमन दुलई, प्रभु दयाल उजाला, मुकेश आढ़तिया, प्रवीण तिवारी, गोपी रंजन दास, धर्मेंद्र शाह, प्रमोद बाघ, पियूष मालवीय, मुकेश राठी, संतोष राजपुरोहित, रितेश जैन ने प्रेमदासी लालवानी को श्रद्धांजलि दी तथा लालवानी परिवार के निर्णय की सराहना की है।