जीत हासिल करने तक प्रयास करने का स्वामी विवेकानंद का संदेश हमें देता है आगे बढऩे प्रेरणा : वासनीकर

संभागायुकत दिलीप वासनीकर ने कहा है कि स्वामी विवेकानंद का जीत हासिल करने तक प्रयास करने का संदेश हमें सफलता की और अग्रसर करता है। इससे हमें आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है। संभागायुक्त आयोजित 65 वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर अपने वतिार रख रहे थे। उन्होंने कहा कि खेल का जीवन में एक विशेष महत्व है। खेल का शरीर कोस्वस्थ्य रखने के साथ चरित्र निर्माण भी करता है। उन्होने कहा कि आज स्वामी विवेकानंद जी की जयंती है। पूरे देश मे इस तिथि को युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद युवाओं के मार्गदर्शक है।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। संभागायुक्त दिलीप वासनीकर ने आगे कहा कि खेल एकता उमंग उत्साह का प्रतीक है। हमे खेल भावना के साथ खेलते हुए अपने साथ ही अपने राज्य व देश का नाम रौशन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भिलाई को इस्पात नगरी एवं खेल नगरी के नाम से जाना जाता है। यहां अपने गौरवमयी परंपरा अनुसार खेल का आयोजन किया जाता है। यहां आए सभी प्रतिभागियों को इसका एहसास होगा। उन्होंने विभिन राज्यो से आये खेल शिक्षकों प्रतिभगियों को हार्दिक शुभकामनाएं दिया। कार्यक्रम अध्यक्ष कलेक्टर अंकित आनंद ने कहा कि खेल हमे पूर्ण मनोबल के साथ स्फूर्ति, जोश व उत्साह को प्रदर्शित करता है। खेल हमारे जीवन में गति प्रदान करता है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यहां हमे 3 दिन तक एक सौहाद्रपूर्ण माहौल में प्रतियोगिता देखने को मिलेगा।
65 वीं रष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता आयोजन के लिए छत्तीसगढ़ राज्य को 3 खेल विधा कबड्डी थ्रो बाल व योगमुंडू आयोजन करने की जिम्मेदारी मिली है। इन खेल प्रतियोगिता का रविवार को यहां शुभारंभ किया गया। 32 राज्य के 1196 प्रतिभागी इस क्रीड़ा प्रतियोगिता में अपनेकौशल का प्रदर्शन करेंगे।