खुर्सीपार में मिली लाश की गुत्थी सुलझी, शारीरिक क्षमता पर सवाल उठाने से नाराज दोस्तों ने दिया था वारदात को अंजाम

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। दो दिन पहले खुर्सीपार आईटीआई मैदान में मिले युवक के शव को गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस वारदात में शामिल तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मृतक के दोस्त थे और शराबखोरी के दौरान मृतक द्वारा एक युवक की शारीरिक क्षमता पर सवाल उठाए जाने से नाराज हो गए और उसकी निर्ममता से हत्या कर दी थी।

बता दें कि 7 फरवरी की सवेरे खुर्सीपार पुलिस द्वारा एक युवक का शव आईआईटी मैदान से बरामद किया गया था। सिर व चहरे को पत्थर से कुचला गया था। वहीं गुप्तांग पर भी वार किया गया था। वहीं मौके से खून लगे दो बड़े पत्थर, कुछ शराब की बोतले, चखना मिले थे। शव का नीचे का कपडा अंडर वियर व लोवर उतारकर शव से करीब 10 फिट दुर रखा हुआ था। शव नीचे से नग्न अवस्था में मिला था , तथा लोवर अंडर वियर घटना स्थल में सहेजकर रखा हुआ था जिससे प्रथम दृष्टया यह समझा जा रहा था कि किसी अवैध संबंध के चलते यह हत्या की गई है। मृतक की शिनाख्त श्याम कुमार उर्फ मोनू निवासी उडिया बस्ती खुर्सीपार के रूप में हुई थी। खुर्सीपार पुलिस ने हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर मामले की विवेचना प्रारंभ की थी।
हत्या के इस मामले को गंभीरता से लेते एसएसपी बीएन मीणा के मार्गदर्शन में एएसपी सिटी संजय ध्रुव एवं सीएसपी पुरानी भिलाई विश्वास चंद्राकर के निर्देशन एवं थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा के नेतृत्व में कुल 3 टीम आरोपियों के पतासाजी के लिए गठित की गई थी। पड़ताल मे मोनू का अवैध संबंध होना भी उजागर हुआ। जिसके कारण पुलिस उस दिशा में ही जाकर इस संबंध में सुक्ष्म से सुक्ष्म जानकारी व हर पहलू की गंभीरता से जॉच कर रही थी । इसके अलावा आसपास के क्षेत्र के सीसीटीवी फूटेज व मृतक से जुड़े उसके रिश्तेदारों, यार दोस्तों व सभी संबंधितों के काल रिकार्डस वगैरह का मुआयना भी किया गया। परंतु पुलिस को अपेक्षित सफलता नहीं मिली।
इसी दौरान कांस्टेबल डी ० प्रकाश को एक सूचना मिली कि केनाल रोड में ट्रांसपोर्टर गनी खान के आफिस के पास घटना की रात को दो लडके मोटर सायकल में चौक के पास रूके थे। जिन्हें आफिस के चौकीदार व वहां उपस्थित दो अन्य लडके देखे है कि सूचना पर ट्रासपोर्ट आफिस के सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया। जिसमें दो लडके मोटर सायकल में आईटीआई ग्राउण्ड की तरफ से करीब 11.45 बजे आते दिख रहे है , और फुटपाथ के बगल में बाईक की बाई तरफ से गिरते दिख रहे है। गिरने के बाद स्वयं उठकर करीब 1 मिनट रुके है। चौकीदार के साथ खड़ा एक लड़का उनसे बात करता दिखाई दे रहा है। परन्तु कैमरे से बहुत दूर होने के कारण पहचान नहीं हो पा रही थी । पुलिस ने चौकीदार से उस लड़के का पता किया जो बाईक वालों से बात किया था । उस लड़के का पता चलने पर पुलिस ने लड़के के बताये अनुसार हुलिए व बाईक का जमीनी स्तर पे पता तलाश करना शुरू किया पता। तलाश के दौरान मुखबीर से सूचना मिली कि उडिया बस्ती की एक मोटर सायकल बताये अनुसार है, जिसके बाये तरफ ताजा स्केचस व डैमैज्स दिख रहे है। पुलिस टीम ने बाईक व बाईक के मालिक बलराम क्षत्रिया को तत्काल हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने मोनू उर्फ श्याम कुमार की हत्या अपने दोस्त झुमन साहू निवासी उडिया बस्ती के साथ मिलकर किया जाना स्वीकार कर लिया । दूसरे आरोपी झुमन साहू को भी पुलिस टीम ने तत्काल हिरासत में ले लिया। झुमन ने भी पूछताछ में बलराम के साथ मिलकर मोनू उर्फ श्याम कुमार की हत्या करना स्वीकार कर लिया।
पुलिस की विस्तृत पूछताछ में आरोपियों ने यह बताया कि आरोपी बलराम क्षत्रिया (30 वर्ष) की बहन रेखा सोना का लडका हुआ है, जिसकी पार्टी के लिए पीना खाना करने के लिए आरोपी बलराम व झुमन साहू मृतक मोनू उर्फ श्याम कुमार को रात के करीब 10.30 बजे से 10.45 बजे अपने साथ आईटीआई ग्राउण्ड ले गये थे। जहां शराब पीने के दौरान मृतक द्वारा आरोपी बलराम को यह कहा गया कि तेरी बहन का बच्चा तो हो गया है तेरी शादी को दो साल हो गये तेरा बच्चा क्यो नही हो रहा है एवं शारीरिक कमी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की। जिसको लेकर उनमें विवाद हुआ और बलराम ने आक्रोश में पास मे एक बड़े पत्थर को उठाकर मोनू के सिर पर ताबडतोड हमला शुरू कर दिया । झुमन साहू (32 वर्ष) भी एक अन्य पत्थर उठाकर मोनू के चेहरे पर हमला करने लगा। आरोपी बलराम ने मोनू को यह बोलते हुए कि तेरा मशीन ज्यादा काम करने लगा है न आज इसको किसी काम का नहीं छोडूंगा। कहते जिसके बाद मृतक का लोवर व अंडर वियर उतारकर उसके गुप्तांग पर भी पत्थर के नुकीले हिस्से से हमला किया। मौत हो जाने पर आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए मोनू व अंडर वियर को बकायदा शव से थोड़ी दुर जमा कर रख दिए ताकि पुलिस यह समझे कि किसी अवैध संबंध का मामला है । उसके पश्चात दोनों आरोपी अपने एक अन्य दोस्त यशवंत यादव (26 वर्ष) निवासी जामुल के पास जाकर उसे घटना के संबंध में अवगत कराते हुए उसके साथ मिलकर मशुरिया तालाब में दोनों आरोपियों के पहने हुए खून लगे कपडे व चप्पल बेल्ट आदि जला दिए ताकि पुलिस को कोई संदेह न हो सके। यशवंत यादव द्वारा दिए गये लोवर व टी शर्ट को पहनकर वापस घर आये और वापस आकर मृतक मोनू के सभी शोक कार्यक्रमों में उपिस्थत रहे। पुलिस ने दोनों ही आरोपियों के साथ अन्य आरोपी यशवंत यादव को भी गिरफ्तार कर लिया।आरोपियों के निशानदेही पर मशुरिया तालाब से अधजले महत्वपूर्ण दस्तावेज बलराम का अधजला एटीएम, कपडो व चप्पल आदि के अवशेष जप्त किये गये है साथ ही यशवंत यादव द्वारा दिए गये कपडे भी कमशः आरोपी बलराम एवं झुमन साहू के पेश करने पर जप्त कर लिया गया है । घटना में प्रयुक्त बलराम का मोटर सायकल पैशन प्रो हरा काला रंग को भी जप्त कर लिया गया।
अंधेकत्ल की इस वारदात का खुलासा करने में खुर्सीपार टीआई दुर्गेश शर्मा के नेतृत्व में एसआई सतीश साहू , एएसआई लखन लाल साहू कांस्टेबल डी. प्रकाश, राकेश चौधरी, राकेश अन्ना, सिविल टीम के सत्येन्द्र मढरिया, अरविन्द मिश्रा की विशेष भूमिका रही।