इमरजेंसी के 46 वर्ष, नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा जारी है छत्तीसगढ़ में अघोषित आपातकाल

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। विधानसभा नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में अघोषित आपातकाल लगा हुआ है। सरकार के विरोध में आवाज उठाने वालों के खिलाफ कांग्रेस सरकार दमनकारी रुख अपना रही है। स्थिति यह है कि ट्वीट को रिट्वीट करने पर भी पुलिस में अपराध कायम कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आपातकाल की मानसिकता रखने वाले राजनैतिक दलों की सरकारें देश कई राज्यों में सत्तासीन है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता धरमलाल कौशिक आज देश में आपातकाल लागू होने के 46 वें वर्ष पर पत्रकारों से रूबरू थे। उन्होंने बताया कि देश में 25 जून 1975 की आधी रात को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल थोप दिया था। जो 21 मार्च 1977 (21 माह) तक लागू रहा। एक प्रकार से देश में 1947 की आजादी के बाद दूसरी आजादी मिली थी। अंग्रेजों से आजादी के बाद लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह दूसरी लड़ाई लड़ी गई थी। इस दौर में हर वर्ग के खिलाफ दमन चक्र चला। इसलिए आने वाले समय में लोकतंत्र का कोई गला न घोंट सके इसलिए इसे काला दिवस के रूप में मनाकर देश की जनता को जाग्रत किया जाता है। उन्होंने कहा कि देश में आज भी आपातकाल की मनोवृत्ति रखने वाले राजनैतिक दल है। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार दमनात्मक रवैया अपना रही है। चुनाव के बाद से यहां हिंसा का दौर जारी है। आए दिन हत्या हो रही है और महिलाएं अनाचार की शिकार हो रही है। महाराष्ट्र में एक अभिनेत्री के घर को बेवजह ढहा दिया गया। छत्तीसगढ़ में भी सरकार अपने विरोधियों को कुचलने की मंशा को लेकर चल रही है। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार और प्रशासनिक आंतकवाद हावी है। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में विकास कार्य ठप है। केंद्र की योजनाओं के नाम पर सरकार वाहवाही लूटने का प्रयास कर रही है।
भूपेश सरकार के हाथों में राज्य सुरक्षित नहीं होने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ की जनता स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रही है। कांग्रेस से चुनाव के समय झूठे वादे कर जनता को छला है। शराब बंदी, बेरोजगारों को भत्ता, नौकरी, किसानों को बोनस जैसे कई वादों को पूरा करने में सरकार असफल रही है। शराब से कई घर उजड़ रहे है, अनाचार सहित अपराधिक गतिविधियों में इजाफा हो रहा है। सरकार शराब की घर पहुंच सेवा उपलब्ध कराने में व्यस्त हैं। इन मुद्दों पर आवाज उठाने पर दमन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ी जाएगी। पत्रकारों से चर्चा के दौरान पूर्व मंत्री रमशिला साहू, लाभचंद बाफना, सांवलारा डहरे, पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर, निगम नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा, महामंत्री ललित चंद्राकर, नटवर ताम्रकार विशेष रूप से उपस्थित रहे।