कोरोना को लेकर जागा जिला प्रशासन, गाइड़लाइन के उल्लंघन पर अब की जाएगी कार्रवाई

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए लंबे समय के बाद जिला प्रशासन द्वारा कवायद प्रारंभ की है। यह कवायद जिला में लॉकडाउन समाप्त होने के कुछ दिनों बाद से बंद थी। जिसके चलते एसओपी की अनदेखी किए जाने के मामले लगातार सामने आ रहे थे। जिला व निगम प्रशासन के इस संबंध में शिथिल रवैये के कारण मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी गाइडलाइन का भी पालन नहीं हो रहा था। वहीं अन्य प्रदेशों व जिलों से आने वाले यात्रियों की जांच किए जाने की किसी भी प्रकार की व्यवस्था रेलवे स्टेशन अथवा बस स्टैंड में नहीं की गई। इस लापरवाही से जिले में कोरोना के मामलों में इजाफा होने पर जिला प्रशासन ने इस संबंध में कार्रवाई करने का मन बनाया है। इसके चलते कलेक्टर डॉ. सरवेश्वर नरेन्द्र भूरे ने कोविड़ कंट्रोल टास्क फोर्स की बैठक लेकर कोरोना बचाव के लिए जारी एसओपी की अनदेखी किए जाने पर कड़ी कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए है।

बता दें कि जिले में बीते दस दिनों में कोरोना के 570 मामले आए हैं। बीते महीनों की तुलना में देखें तो यह बढ़ता हुआ ट्रेंड है। इसे देखते हुए कलेक्टर ने टास्क फोर्स की बैठक लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए है। बैठक में उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बेहद सजगता और सावधानी रखने की जरूरत है। मास्क और सेनेटाइजर के लगातार प्रयोग के संबंध में लोगों को सचेत किया जाए। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का उपयोग नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई की जाए। बैठक में एसपी प्रशांत ठाकुर, एडिशनल एसपी रोहित झा एवं प्रज्ञा मेश्राम भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि पुलिस की टीमें लगातार कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों पर नजर रखेगी और कार्रवाई करेगी। शासकीय परिसरों, सार्वजनिक स्थलों, मार्केट, रेस्टारेंट में यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग मास्क का उपयोग करें। मास्क का उपयोग नहीं करने वालों पर फाइन लगाएं। इसकी रोज मानिटरिंग की जाएगी। बैठक में भिलाई निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी, जिला पंचायत सीईओ सच्चिदानंद आलोक, अपर कलेक्टर प्रकाश सर्वे, बीबी पंचभाई, सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
टेस्टिंग में की जाए बढौतरी
कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान में प्रतिदिन 2 हजार से अधिक टेस्टिंग हो रही है। इसे और बढ़ाएं। जो हाटस्पाट के रूप में उभर रहे हैं उन जगहों में टेस्टिंग ज्यादा से ज्यादा की जाए। कलेक्टर ने कहा कि लोगों को इस संबंध में सचेत करें कि लक्षण उभरते ही टेस्ट कराएं। अधिकारियों ने बताया कि सबसे ज्यादा मामले 30 से 60 वर्ष के भीतर के आए हैं। कलेक्टर ने कहा कि ये वो वर्ग है जो कामकाजी है और जिन इलाकों में ज्यादा मामले आए हैं उनमें व्यापक टेस्टिंग की जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को यह मैसेज भी देना है कि आपके माध्यम से आपके परिवार के बुजुर्ग लोगों तक भी कोरोना पहुँच सकता है जिसके चलते पूरी तौर पर एहतियात रखें।
भिलाई में 60 फीसदी मामले आए सामने
अभी तक आए कोविड के मामलों में भिलाई से 60 फीसदी और दुर्ग से 30 फीसदी मामले सामने आए हैं। कलेक्टर ने निगम आयुक्तों से हाटस्पाट वाले इलाकों में जोन कमिश्नरों की बैठक लेकर विशेष रणनीति से कोरोना रोकथाम के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आप अपने निगम क्षेत्र में आने वाले व्यापारियों की बैठक लें एवं उनसे कोरोना रोकथाम के संबंध में चर्चा करें।
बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन पर रहेगी विशेष नजर
पिछले माह भर से कोरोना संक्रमण के फैलाव की मार झेल रहे महाराष्ट्र से आने वालें यात्रियों पर अब विशेष नजर रखे जाने के निर्देश कलेक्टर ने दिए है। स्टेशन पर ही लक्षण वाले नागरिकों की टेस्टिंग कराई जाएगी। इसी तरह बस स्टैंड में भी पुणे एवं नागपुर की ओर से आने वाली गाडिय़ों के पैसेंजर के लक्षणों की जांच भी की जाएगी।
50 से अधिक मेहमानों पर लेनी होगी इजाजत
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी कार्यक्रम में यदि 50 से अधिक मेहमान आते हैं तो कार्यक्रम के आयोजकों को तहसीलदार से लिखित अनुमति लेनी होगी। साथ ही किसी भी शर्त पर 200 से अधिक मेहमानों की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इन क्षेत्रों से सामने आ रहे पॉजिटीव मरीज
कोविड पॉजिटिव मरीज मुख्यत: भिलाई के नेहरू नगर, कोहका, चौहान टाऊन, सेक्टर 10, हुडको, रिसाली, सेक्टर 6, 7 और 8, सूर्य विहार, चंदर नगर, प्रियदर्शनी नगर, शारदा पारा, आम्रपाली वनाचल में मिल रहे। इसी प्रकार दुर्ग में 5 बिल्डिंग, सदर बाजार, पद्मनाभपुर, न्यू आदर्श नगर, तकिया पारा, केलाबाड़ी, रामनगर उरला, दीपक नगर, गंजपारा, गांधी चौक, बोरसी में भी मिल रहे।

You cannot copy content of this page