दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जिला पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ जारी अभियान जिओ खुलकर को एक और सफलता हासिल हुई है। पुलिस ने विभिन्न थाना क्षेत्रों में युवाओं को नशे का सामान मुहैया कराने वाले तीन कारोबारियों को अपने कब्जे में लिया है। आरोपियों के पास से भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद की गई है।
बता दें कि दुर्ग पुलिस द्वारा एसपी प्रशांत ठाकुर के निर्देशन में एएसपी सिटी रोहित झा, सीएसपी विवेक शुक्ला के मार्गदर्शन में नशा मुक्ति अभियान जिओ खुलकर चलाया जा रहा है। इसके तहत अवैध मादक पदार्थों के व्यापार एवं कारोबारियों पर लगाम कसने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में विशेष टीम गठित कर सीएसपी, दुर्ग विवेक शुक्ला एवं प्रशिक्षु डीएसपी चित्रा वर्मा द्वारा नशीली दवाई बेचकर नवयुवकों के शरीर में जहर भरने का कुकृत्य करने वाले अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई। मुखबिर की सूचना पर चौकी पद्मापुर क्षेत्र अंतर्गत केलाबाड़ी दुर्ग में आरोपी एजाज अहमद (29 वर्ष) को साहू सदन के पास नशीली दवाई विक्रय करते गिरफ्तार किया गया। आरोपी के पास से 136 शीशी TUS कोरेक्स प्लस कफ सिरप ल नकदी रकम 2050 रुपय बरामद कर जप्त किया। इसी प्रकार थाना दुर्ग क्षेत्र अंतर्गत मुखबिर की सूचना मिली कि पोलसाय पारा निवासी आरोपी मनीष वर्मा (26 वर्ष) अपने घर के सामने नशीली दवाई विक्रय कर रहा है। घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ा गया। आरोपी के कब्जे से 46 नग रेक्समास सिरप कीमती जब्त किया गया।
थाना निवाई थाना क्षेत्र अंतर्गत रेड कार्यवाही कर तालेकर लाइन रिसाली निवासी आरोपी अनिल सिंह (40 वर्ष) कृतिका मेडिकल स्टोर्स रिसाली में प्रतिबंधित मादक औषधि विक्रय करते पकड़ा गया। आरोपी के कब्जे से अवैध प्रतिबंधित नशीली दवाई कोडीन युक्त सिरप Tucorexs-plus 70 नग, kop free सिरप 30 नग, zylocoff cd 09 नग, cossex 02 नग, Alprazolam tablet 07 पैकेट 2720 नग , alprazyl tablet 3 पैकेट 1200 नग, Alprawin tablet 01 नग कीमती 928रुपए जप्त किया गया। आरोपियों के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट की कार्रवाई की गई है। नशे के इस अवैध कारोबार का खुलासा करने में नेवी थाना प्रभारी भावेश साव, पद्मनाभपुर चौकी प्रभारी नरेश सार्वा, एसआई पवन देवांगन, भुनेश्वर यादव, हेड कांस्टेबल लेखपाल साहू, कांस्टेबल शरद सिंह, देवेंद्र, कमलेश यादव, ललित साहू, जावेद खान, प्रदीप ठाकुर, धीरेंद्र यादव, आशीष साहू, राहुल दुबे, महिला आरक्षक क्रमांक 1128 एवम् ड्रग इंस्पेक्टर आस्था वर्मा व पितांबर साहू की महत्वपूर्ण भूमिका रही।