कोरोना पर भ्रामक खबरें, विडियों वायरल करने वाले सावधान, स्वास्थ्य विभाग दर्ज कराएगा एफआईआर

रायपुर (छत्तीसगढ़)। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को फेक वीडियो, अफवाहों व भ्रामक समाचारों से सावधान रहने की अपील की है। इस तरह के वीडियो और खबरों से समुदाय में न केवल भ्रम व डर की स्थिति बनती है, बल्कि आपाधापी की स्थिति भी निर्मित होती है। सोशल मीडिया में कथित जनप्रतिनिधि के नाम से वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कोविड-19 मरीजों को शासन द्वारा दी जाने वाली राशि के एवज में अस्पतालों में भर्ती करने की बात कही जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह वीडियो और इसमें कही जा रही बातें फर्जी और आधारहीन है। पूर्व में भी सोशल मीडिया में खुद को कोरोना पीड़ित बताकर मुख्यमंत्री से मदद की गुहार करती एक युवती का वीडियो वायरल हुआ था जिसे रायपुर के देवेन्द्र नगर का बताया जा रहा था। पड़ताल में इस वीडियो के छत्तीसगढ़ का नहीं होने की पुष्टि हुई थी। 

विभाग ने बताया है कि प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित हर व्यक्ति का विशेषीकृत कोविड अस्पतालों में निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। कोरोना के बिना लक्षण वाले और हल्के लक्षण वाले मरीजों का कोविड केयर सेंटर्स में उपचार किया जा रहा है। कोविड-19 के सभी संभावित मरीजों के सैंपल संकलित कर तत्काल जांच के लिए भेजा जा रहा है। शासन-प्रशासन द्वारा प्रदेश में कोविड-19 पीड़ितों और उनके परिवार को प्राथमिकता से चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के साथ ही उन्हें हर तरह का सहयोग प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश में कोरोना नियंत्रण के लिए शासन द्वारा सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। 
स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 से संबंधित भ्रामक, आधारहीन और फेक वीडियो, ऑडियो, पाम्पलेट या समाचार जारी करने वालों को चेतावनी दी है। यदि कोई सोशल मीडिया में इस तरह की पोस्ट करता है तो उसके उसके खिलाफ विभाग की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। साथ ही महामारी नियंत्रण अधिनियम के तहत भी कार्यवाही की जाएगी। विभाग ने लोगों को महामारी जैसी राष्ट्रीय विपत्ति के दौर में स्वास्थ्य विभाग व शासन द्वारा दी जाने वाली हिदायतों पर अमल करने कहा है। भ्रांति और दहशत फैलाने वाली अफवाहों को निस्तेनाबूत करें।