रायपुर (छत्तीसगढ़)। बिलासपुर में बनाए गए 100 बिस्तरों के विशेषीकृत कोविड अस्पताल में इलाजरत तीन मरीजों के पूरी तरह स्वस्थ हो जाने के बाद आज डिस्चार्ज कर दिया गया है। जांजगीर-चांपा जिले के इन मरीज़ों को 15 मई को उपचार के लिए भर्ती किया गया था। ये तीनों प्रवासी मजदूर थे और हाल ही में गुजरात से लौटे थे। गुजरात से लौटने के बाद इन्हें क्वारेंटीन में रखा गया था जहाँ कोविड-19 के लक्षण दिखाई देने पर जाँच के लिए सैंपल लिए गए थे। ठीक हुए मरीजों में बम्हनीडीह विकासखंड की 28 वर्षीया महिला और 24 वर्ष का पुरूष तथा जैजैपुर विकासखंड का 44 वर्षीय पुरूष शामिल है।
राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 के इलाज के लिए बिलासपुर जिला चिकित्सालय से लगे 100 बिस्तरों के इस नए अस्पताल की स्थापना की गई है। सर्वसुविधायुक्त इस अस्पताल के कुशल डॉक्टरों के इलाज तथा नर्सो एवं अन्य स्टॉफ की गहन देखभाल से ये तीनों मरीज एक सप्ताह में ही पूर्ण स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित जिला चिकित्सालयों को कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कोविड ट्रीटमेंट सेन्टर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस क्रम में यह पहला चिकित्सालय है जिसने सात दिनों में सफल उपचार कर अपनी क्षमता का परिचय दिया है।
बिलासपुर कोविड अस्पताल चार वेंटीलेटर सहित पूर्ण रूप से अत्याधुनिक मशीनों एवं उपकरणों से सुसज्जित है। यहां मानकों के अनुरूप नए आई.सी.यू. बेड, मल्टी पैरा मॉनिटर, सी.सी.टी.व्ही., पेशेंट एड्रेसल सिस्टम, डॉनिंग एवं डॉफिंग ज़ोन स्थापित किए गए हैं। अस्पताल में छह-छह घंटे की चार शिफ्ट में डॉक्टरों और मेडिकल स्टॉफ की ड्यूटी लगाई गई है। इनमें डॉक्टर, स्टाफ नर्स, वार्ड ब्वाय तथा सफाईकर्मी सहित कुल 15 स्टॉफ शामिल हैं। इसके अतिरिक्त दो विशेषज्ञ चिकित्सक ऑन-कॉल हैं।