दुर्ग (छत्तीसगढ़) । बहुुप्रतीक्षित अभिषेक मिश्रा हत्याकांड पर आज शुक्रवार को फिर से फैसला नहीं सुनाया जा सका। जिला न्यायाधीश जीके मिश्रा ने प्रकरण के शेष 3 गवाहों के कथन की सुनवाई को महत्वपूर्ण बताते हुए प्रकरण की सुनवाई फिर से प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। मामले की अगली सुनवाई तिथि 7 अप्रैल निर्धारित की गई हैं।
आपको बता दें कि अभिषेक मिश्रा हत्याकांड पर 24 दिसंबर को अंतिम तर्क के बाद 13 जनवरी, 28 जनवरी, 14 फरवरी, 26 फरवरी को फैसले की तारीखें तय की गई थी। तीन बार न्यायाधीश के अवकाश पर होने के कारण तथा एक बार अधिवक्ताओं की हड़ताल से उपजी स्थिति के कारण फैसला नहीं सुनाया जा सका था। चार बार फैसला टलने के बाद शुक्रवार 13 मार्च को फैसला की तारीख तय की गई थी। फैसला जिला सत्र न्यायाधीश जीके मिश्रा की अदालत में सुनाया जाना था। न्यायाधीश ने कहा कि अभियोजन द्वारा प्रकरण के महत्वपूर्ण तीन गवाहों के बयान दर्ज नहीं किए कराए जा सके है। इन महत्वपूर्ण गवाहों के परीक्षण व प्रतिपरीक्षण न्याय के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए आवश्यक है। इसलिए प्रकरण पर सुनवाई व विचारण फिर से प्रारंभ किए जाने का निर्णय लिया जाता है। प्रकरण में अब मेमोरेंडम गवाह मुन्नालाल पटेल, विडियोकॉन नोडल अधिकारी श्रीराम झा तथा आयडिया के नोडल अधिकारी राजेश सिंह का कथन न्यायालय के समक्ष दर्ज किया जाएगा तथा परीक्षण व प्रतिपरीक्षण किया जाएगा। संबंधित गवाहों को समंस जारी किए जाने के निर्देश न्यायाधीश ने दिए है।