बिलासपुर, 20 अप्रैल 2025। छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पं. राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल की मौत के मामले में नया खुलासा सामने आया है। बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में फर्जी डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य यादव उर्फ नरेंद्र जान केम द्वारा किए गए इलाज को लेकर अब FIR दर्ज की गई है। गंभीर आरोपों में अब अस्पताल प्रबंधन को भी लपेटा गया है।
शिकायत पूर्व अध्यक्ष के पुत्र प्रदीप शुक्ल ने सरकंडा थाना में दर्ज कराई है, जिसके बाद आरोपी डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ IPC की धारा 420, 465, 466, 468, 471, 304, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बताया गया कि वर्ष 2006 में अपोलो अस्पताल बिलासपुर में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष का ऑपरेशन फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट नरेंद्र यादव ने किया था। ऑपरेशन के 20 दिन बाद उनकी मौत हो गई थी। लंबे समय बाद हुई जांच में यह सामने आया कि आरोपी डॉक्टर ने फर्जी डिग्रियों और दस्तावेजों के आधार पर अस्पताल में नौकरी पाई थी।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी डॉक्टर के नाम, जन्मतिथि और पिता के नाम तक अलग-अलग पाए गए हैं, जिससे उसकी पहचान को लेकर गंभीर शंका बनी हुई है। आरोपी को मध्यप्रदेश के दमोह से पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस मामले में अपोलो अस्पताल प्रबंधन को भी आरोपी बनाया गया है। शिकायत में कहा गया है कि अस्पताल ने बिना दस्तावेजों के सत्यापन के फर्जी डॉक्टर को नौकरी दी, जिससे इलाज में घोर लापरवाही हुई और एक वरिष्ठ राजनेता की जान चली गई।
पुलिस अब अस्पताल प्रबंधन की भूमिका की गहराई से जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि फर्जी डॉक्टर को भर्ती करने में कौन-कौन जिम्मेदार थे और क्या यह लापरवाही सुनियोजित थी।
