दुर्ग (छत्तीसगढ़)। चुनावी वर्ष का फायदा उठाकर अवैध प्लाटिंग करने वालों के खिलाफ निगम ने तोडफ़ोड़ अभियान शुरू किया है। इसी के तहत सोमवार को उरला वार्ड क्रमांक 57 व 58 में छह कॉलोनाइजर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई। कॉलोनाइजर्स ने फेंसिंग जाली और मार्किंग स्टोन के माध्यम से करीब 15 एकड़ में अवैध प्लाटिंग कर रखा था। फेंसिंग व मार्किंग स्टोन को बैक-हो लोडर से तोड़कर हटाया गया।
करीब सवा साल से अलग-अलग चुनावों में अधिकारियों व कर्मचारियों की व्यस्तता का फायदा उठाकर शहर के आउटर्स में बड़ी संख्या में अवैध प्लाटिंग किए गए हैं। निगम प्रशासन द्वारा अब ऐसे कॉलोनाइजर्स को चिन्हित कर कार्रवाई शुरू किया गया है। इसी के तहत कमिश्नर इंद्रजीत बर्मन के निर्देश पर उरला में कार्रवाई की गई। उरला के भूमि खसरा क्रमांक 175/31, 175/4, 176/2, 176/38, 202/184, 202/8 और 202/2 के करीब 15 एकड़ क्षेत्रफल पर ओम देशमुख, नितेश जैन, बॉबी, राजेश सिंह, अशोक सिंह व मुकेश सिंह ने अलग-अलग तरह से मार्किंग कर प्लाटिंग कर लिया था। जांच में पता चला कि उन्होंने नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 व कालोनाईजर का निर्बंधन एवं शर्तो के नियम के तहत कॉलोनी निर्माण के लिए अनुमति भी नहीं ली थी। कॉलोनाइजर्स ने बड़े भूखण्डों पर छोटे-छोटे भूखंड में विभाजित कर मार्ग संरचना कर निर्माण कर लिया था। इसके अलावा भूखण्ड को लोहे की जाली लगाकर घेरकर अवैध कालोनी का निर्माण किया जा रहा था। अवैध कालोनी निर्माण को निर्मित मार्ग संरचना व जाली तार को नगर निगम टीम द्वारा बैक-हो लोडर से हटवाया गया।
तहसीलदार की मौजूदगी में कार्रवाई
अवैध प्लाटिंग को हटाने की कार्रवाई नायाब तहसीदार प्रीतम सिंह चौहान की मौजूदगी में की गई। उनके साथ कार्यपालन अभियंता व ं भवन अधिकारी राजेश पांडेय, सहायक अभियंता जितेन्द्र समैया, उपअभियंता आरके पालिया, उपअभियंता व भवन निरीक्षक गिरीश दीवान, विनोद मांझी, शिव शर्मा, कर्मशाला अधीक्षक बीरेन्द ठाकुर, सतीश साहू, मोहन नगर थाना के एएसआई मौजूद थे।
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