प्राइवेट फाइनेंस कंपनियों से लोन लेने के पहले रहे सावधान, गलत हाथों नें पड़ सकते है आपके गोपनीय दस्तावेज

छत्तीसगढ़ प्रदेश भर के हर जिले में बड़ी बड़ी फाइनेंस कंपनियां अपना पैर जमा चुकी है। इनका सीधा संपर्क बड़ी बड़ी वाहन एजेंसियों से है साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी ये आप को झांसे में लेती है। कोई भी लोन हो चाहे पर्सनल लोन हो वाहन लोन हो या किसी व्यवसाय के लिए जाने वाला लोन हो, ये प्राइवेट कंपनियां बड़ी ही आसानी से हेर फेर कर आपसे गोपनीय दस्तावेंज ले लेती है। जिनके लीक होने का खतरा बना रहता है।

दुर्ग (छत्तीसगढ़) रीतेश तिवारी। आप को सबसे पहले ये कंपनियां झांसे में लेती है कि दस मिनट में लोन मिल जायेगा। कम दस्तावेजो में भी आपका लोन पास कर दिया जायेगा। अक्सर ऐसा आप ने सुना है और समझा भी है लेकिन आप बड़ी ही बुरी तरह इनके झांसे में आ जाते है और जितना लोन लेते नही, उससे कही ज्यादा आपको ब्याज भरना पड़ता है। आरबीआई के नियमानुसार ऐसी कोई भी फाइनेंस कंपनी लोन देने के दौरान ग्राहक को उसकी राज्य की भाषा मे समझाये साथ ही लोन देने से पूर्व उस राज्य की लिखित भाषा में लोन एग्रीमेंट का दस्तावेज ग्राहक को दे, जिससे ग्राहक आसानी से पढ़ कर समझ सके। लेकिन ऐसा कोई भी कंपनी नही करती। सभी दस्तावेज अंग्रेजी में लिखे होते है और ग्राहक भरोसे में सभी दस्तावेजो में हस्तक्षर कर देता है। कुछ महीनों बाद उसको पता चलता है कि वो कंपनी के झांसे में फस गया है। बैंक ग्राहक से अधिकतम सालाना 12 प्रतिशत व्याज लेती है तो वही प्राइवेट फाइनेंस कंपनी 21 से लेकर 36 प्रतिशत सालाना ब्याज वसूल रही है। यानी एक लाख का लोन बैंक 12 हजार ब्याज लेगी तो वही प्राइवेट कंपनी 20 से 35 हजार तक धड़ल्ले से वसूल रही है।
टू वीलर खरीदे या कोई भी बड़ा वाहन या कोई भी समान फाइनेंस कराने से पहले दस्तावेजो को अच्छे से समझ ले पढ़ ले उसके बाद ही हस्ताक्षर करिये। एक और बात आज कल 5 मिनट में प्राइवेट कंपनियां 10 हजार रुपये से लेकर 50 हजार तक का लोन के नाम पर रकम दे रही है, लेकिन उसके बदले आप से भरी रकम व्याज का वसूल भी रही है साथ ही आप की गोपनीय जानकारी भी प्राइवेट कंपनी तक सीधा पहुच रही है लोन देने से पूर्व ये आप से आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड का नंबर और उसमें लिखा सीबीसी नंबर और तो और ओटीपी भी आप से ले लेते है। उसके बाद आप को कुछ रकम बतौर लोन दे देते है लेकिन सारे गोपनीय दस्तावेज आप के किसी निजी कंपनी के पास बड़ी ही आसानी से पहुच रही है । अब हो जाइये सावधान वरना फ्रॉड के शिकार होने में बस दो मिनट ही लगेगा फिर आप पुलिस को कसूरवार मान कर हंगामा करते रहेंगे।