ट्रेन की बोगी में नहीं थी पानी की सप्लाई, परेशान यात्री को रेलवे अदा करेगी हर्जाना

ट्रेन की बोगी में यात्रियों को पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं कराए जाने के मामले में उपभोक्ता फोरम द्वारा रेलवे के खिलाफ आदेश पारित किया गया है। उपभोक्ता फोरम ने इस प्रकरण को सेवा में कमी की श्रेणी में माना है। पानी की सुविधा न मिलने से यात्री को हुई परेशानी के लिए हर्जाना के साथ मानसिक क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान करने का निर्देश रेलवे डीआरएम को दिया है।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। मामला रेलवे द्वारा छपरा से दुर्ग तक चलने वाली सारनाथ एक्सप्रेस से संबंधित है। सारनाथ एक्सप्रेस की एसी 2 बोगी में सुभाष नगर निवासी जसवंत सिंह द्वारा अपनी पत्नि के साथ सुरेमनपुर से दुर्ग तक रिजर्वेशन कराया था। यात्रा प्रारंभ करने के कुछ स्टेशन के बाद बोगी के टायलेट में पानी की स्पलाई नहीं होने की समस्या सामने आई थी। इसकी शिकायत परिवादी द्वारा अडियार स्टेशन तथा बलिया स्टेशन में की गई जिस पर कोच अटेंडेंट एवं टीटीई ने समस्या हल करने का आश्वासन देते हुए दूसरे कोच का टॉयलेट का उपयोग करने की सलाह दी थी। जिसके बाद भी समस्या का निराकरण नहीं होने पर इलाहाबाद स्टेशन में भी शिकायत की गई, लेकिन नतीजा सिफर निकला। इसके अलावा मोबाइल के एसएमएस से भी शिकायत की जिसके जवाब में रेलवे द्वारा एक अन्य नंबर दिया गया। ट्रेन के टॉयलेट में पानी की सप्लाई नहीं से उन्हें तकलीफदेह यात्रा का सफर करना पड़ा था। इस मामले को उपभोक्ता फोरम के समक्ष पेश किया गया था।
प्रकरण में विचारण पश्चात जिला उपभोक्ता फोरम ने पाया कि सिखायत दर्ज कारए जाने के बाद भी रेलवे प्रबंधन द्वारा समस्या का निराकरण नहीं किया गया। इस अनदेखी को फोरम ने सेवा मेंकमी की श्रेणी में मानते हुए रेलवे डीआरएम रायपुर के खिलाफ आदेश पारित किया है। फोरम ने बरती गई इस लापरवाही के लिए हर्जाना के रुप में 6 हजार रु. अदा करने का आदेश रेलवे प्रबंधन को दिया है। साथ ही इससे यात्री को हुई मानसिक वेदना की क्षतिपूर्ति के लिए 5 हजार रु. व वाद व्यय की राशि 1 हजार रु. का भुगतान करने का निर्देश दिया है।
फोरम ने कहा हर बोगी में सुविधा उपलब्ध कराना रेलवे की जिम्मेवारी
रेलवे प्रबंधन के खिलाफ जिला उपभोक्ता फोरम ने आदेस पारित करते हुए कहा है कि टे्रन की सभी बोगियों में यात्रा के दौरान पानी सहित यात्रियों को अन्य सुविधाएं उलब्ध कराना रेलवे प्रबंधन की जिम्मदारी है। सुविधाओं के आभाव में यात्रियों को यात्रा के दौरान होने वाली असुविधा के लिए रेलवे जिम्मेदार है।