जिला भाजपा संगठन के मंडल स्तरीय चुनाव में एक गुट विशेष द्वारा की जा रही मनमानी के खिलाफ क्षेत्र के भाजपा सांसद ने खुलकर मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को उन्होंने दुर्ग व भिलाई में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक ली। बैठक में भारी संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं ने सांसद के समक्ष संगठन के मंडल स्तर के चुनावों में भारी पैमाने पर अनियमित्ताएं बरते जाने की शिकायत दर्ज कराई। जिस पर सांसद ने इसकी जानकारी प्रदेश व केंद्र स्तर के पदाधिकारियों तक पहुंचाने का विश्वास कार्यकर्ताओं को दिलाया।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। भाजपा के मंडल स्तरीय चुनाव में चुनाव प्रक्रिया को संचालित करने वाले पदाधिकारियों द्वारा सर्व सहमति न होने के बावजूद सरोज पांडेय गुट के समर्थकों को अध्यक्ष पद पर नियुक्ति की घोषणा किए जाने के आरोप लगातार लग रहे थे। दुर्ग जिला के साथ ही भिलाई जिला भाजपा के चुनावों में भी इस प्रकार की अनियमित्ताए बरते जाने की शिकायतें सामने आ रही थी। जिसको देखते हुए क्षेत्रीय सासंद विजय बघेल द्वारा दुर्ग व भिलाई के भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक आहुत की थी। बैठक में सरोज समर्थक संगठन के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने दूरी बनाई रखी। इसके बावजूद भारी संख्या में कार्यकर्ताओं ने बैठक में अपनी उपस्थिति दर्ज करा अनियमित्ताओं की जानकारी सांसद बघेल को दी।
बैठक में सांसद विजय बघेल ने कहा कि दुर्ग जिला भाजपा के 4-5 मंडलों के चुनाव में अनियमितता की शिकायतें उन्हें प्राप्त हुई है, जिसे प्रदेश नेतृत्व के संज्ञान में लाया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी संविधान का अनुशरण करने वाली पार्टी है, यहां के एक-एक कार्यकर्ता बेहद अनुशासित है। इसके बावजूद चुनाव प्रक्रिया को लेकर शिकायतें आना दुर्भाग्यजनक है। उन्होंने बताया कि पाटन व दुर्ग ग्रामीण विधानसभा अंतर्गत मंडल चुनाव पूरी पारदर्शिता के साथ हुए है। दुर्ग जिला के जेवरा-सिरसा, बोरी लिटिया, सिकोलाभाठा व सदर मंडल गंजपारा के चुनाव प्रक्रिया को लेकर कार्यकर्ताों में असंतोष है। उन्होंने बताया कि इस बैठक लेने से पूर्व संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, प्रदेशाध्यक्ष विक्रम उसेंडी, प्रदेश चुनाव प्रभारी रामप्रताप सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित अन्य नेताओं को शिकायतों ने संबंध में अवगत करा दिया गया है। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष माया बेलचंदन, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, ललित चंद्राकर, चैनसुख भट्टड़, जनपद अध्यक्ष संतोषी कृष्णा देशमुख सहित भारी संख्या में भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।
बैठक में जिला भाजपा महामंत्री देवेन्द्र चंदेल ने कहा कि ऐसी कौन सी परिस्थितियां बनी कि रातों रात चुनाव प्रभारी बदल दिए गए। ऐसे तीन लोगों को चुनाव कराने की जिम्मेदारी दी गई, जो सक्रिय सदस्य भी नहीं हैं। दो-तीन लोगों के इर्द-गिर्द ही चुनावी प्रक्रिया संचालित की गई। उन्होंने स्पष्ट रुप से नाम लेते हुए कहा कि शिव चंद्राकर को 4 जगह चुनाव कराने अलग-अलग दायित्व सौंपा गया। वहीं अनूप गटागट को तीन जगह की जिम्मेदारी दी गई। इसको लेकर भी असंतोष है। पूर्व विधायक डोमनलाल कोर्सेवाड़ा ने कहा कि दुर्ग जिला भाजपा में अब तानाशाही नहीं चलेगी। बहुमत से अध्यक्ष का चुनाव नहीं किया जाना एक तरह की तानाशाही ही है। सांसद विजय बघेल के नेतृत्व में इस प्रकार की तानाशाही पर विराम लगेगा। पूर्व मंत्री रमशीला साहू ने कहा कि जिस तरह से मंडल चुनाव में शिकायतें मिल रही है वह भाजपा की सेहत के लिए ठीक नहीं है। इसका असर आगामी चुनाव पर पड़ सकता है।
जिला अध्यक्ष के कार्यालय पर मिला ताला
सांसद द्वारा आयोजित इस बैठक का सरोज समर्थक जिला भाजपा अध्यक्ष द्वारा अघोषित रुप से वहिष्कार किया गया। यहां तक कि भाजपा कार्यालय में मौजूद उनके कक्ष पर ताला भी लगा था। इस पर सांसद विजय बघेल तंज कसते हुए कहा कि हम तो जमीनी कार्यकर्ता हैं, जमीन पर बैठकर ही कार्यकर्ताओं से चर्चा कर लेंगे। बैठक से सरोज पांडेय समर्थक महापौर चंद्रिका चंद्राकर, संतोष सोनी, सतीष समर्थ, शिव चंद्राकर, अनूप गटागट, दिनेश देवांगन, शिवेन्द्र परिहार, देवनारायण चंद्राकर आदि ने भी दूरी बनाए रखी।