हैदराबाद में अवैध मोटर से पानी खींचने पर लगेगा ₹5,000 जुर्माना, मोटर जब्त और कनेक्शन भी होगा ब्लॉक!

हैदराबाद, 10 अप्रैल 2025: हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन जल आपूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड (HMWS&SB) ने गर्मी के मौसम में पेयजल की बर्बादी और अवैध मोटर से पानी खींचने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। बोर्ड के प्रबंध निदेशक अशोक रेड्डी ने जानकारी दी कि 15 अप्रैल से शुरू हो रहे अभियान में अवैध रूप से मोटर लगाकर पानी खींचने वालों पर ₹5,000 का जुर्माना लगाया जाएगा और मोटर जब्त कर ली जाएगी। साथ ही ऐसे उपभोक्ताओं का कनेक्शन (CAN नंबर) भी ब्लॉक कर दिया जाएगा।

हाई प्रेशर से हो रही जल आपूर्ति प्रभावित

अशोक रेड्डी ने बताया कि कई उपभोक्ता पानी की आपूर्ति के दौरान अवैध मोटर लगाकर जरूरत से ज्यादा पानी खींच लेते हैं, जिससे अन्य क्षेत्रों में कम दबाव (Low Pressure) की समस्या उत्पन्न होती है। हाल ही में एक थर्ड पार्टी सर्वे में यह सामने आया कि 60% कनेक्शन हाई प्रेशर से पानी प्राप्त कर रहे हैं और उन्होंने मोटर पंप का इस्तेमाल किया है, जबकि केवल 20% को सामान्य और 20% को कम प्रेशर से पानी मिल रहा है।

चार चरणों में चलेगा ‘मोटर फ्री नल जल’ अभियान

यह विशेष अभियान चार चरणों में चलाया जाएगा:

  1. पहला चरण: अवैध मोटरों और पानी के दबाव की पहचान।
  2. दूसरा चरण: सेक्शन मैनेजर की निगरानी में निरीक्षण, मोटर जब्ती और जुर्माना।
  3. तीसरा चरण: मैनेजर की रिपोर्ट के आधार पर जनरल मैनेजर द्वारा औचक निरीक्षण।
  4. चौथा चरण: चीफ जनरल मैनेजर स्तर पर अंतिम समीक्षा और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई।

विशेष ऐप से लगेगा जुर्माना

जल बोर्ड ने एक विशेष ऐप भी तैयार किया है, जिससे जुर्माना सीधे ग्राहक के कनेक्शन नंबर (CAN) पर लगाया जाएगा। लाइनों की निगरानी, मोटर जब्ती, और फोटो टैगिंग जैसे सभी कार्य इस ऐप के जरिए होंगे। साथ ही, यदि कोई उपभोक्ता पानी की बर्बादी (जैसे गाड़ी धोने, बगीचे में सिंचाई, सफाई या निर्माण में) करता है तो भी जुर्माना लगाया जाएगा।

ग्राहक कर सकते हैं शिकायत

यदि किसी उपभोक्ता को अवैध जल उपयोग की जानकारी है तो वह ग्राहक सेवा नंबर 155313 पर कॉल कर इसकी शिकायत दर्ज करा सकता है।

अशोक रेड्डी ने कहा कि शुद्ध पेयजल की आपूर्ति बहुत खर्चीली है और इसका संरक्षण सभी नागरिकों की सांझी जिम्मेदारी है। गर्मी के मौसम में संभावित जल संकट को देखते हुए बोर्ड ने यह सख्त कदम उठाया है।

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