हाल ही में पुलिस के साथ हुई बदसलूकी, झूमाझटकी व मारपीट की बढ़ती घटनाओं को नव पदस्थ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय यादव ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए है, न कि मार खाने के लिए। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि इस प्रकार की वारदातों के लिए जिम्मेवार लोगों के खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम को रोकने के प्रयास प्राथमिकता से किए जाएगें। इसके लिए कार्ययोजना बना कर जिले भर में विशेष कर ग्रामीण क्षेत्र में जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। नवनियुक्त एसएसपी अजय यादव आज मंगलवार को पदभार ग्रहण करने के पश्चात पत्रकारों से चर्चा करते हुए अपनी प्राथमिकताए बताई। उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम की वारदातें देश में तेजी से बढ़ रही है। इससे बचने के लिए प्राय: पॉम्पलेट, बुकलेट के माध्यम से जागरुक करने का प्रयास किया जाता है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में यह उपाय कारगर नहीं है। इसके लिए ग्रामीणों से सीधे संपर्क कर उन्हें जागरुक किए जाने की आवश्यक्ता है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा जल्द ही ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर लगाकर ग्रामीणों को साइबर क्राइम से बचने के टिप्स दिए जाएगें। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा इसके लिए पंच, सरपंच से संपर्क स्थापित कर नेटवर्क बनाया जाएगा। आमजनता की शिकायतों की सुनवाई त्वरित गति से हो इसके लिए विशेष प्रयास किए जाने की जानकारी उन्होंने दी।
एसएसपी यादव ने बताया कि किसी भी अपराध का कोर्ट में चालान पेश होने तक मामले की विवेचना करने वाला विवेचक बदला नहीं जाएगा। विवेचक के खिलाफ शिकायत मिलने पर कार्रवाई कर उसे मामले की विवेचना से हटा दिया जाएगा। चोरी वारदातों पर लगाम लगाने के लिए विशेष टीम का गठन किए जाने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि हाईवे दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कार्ययोजना बना कर विशेष प्रयास किए किए जाएगें। चर्चा के दौरान सिटी एएसपी रोहित झा, रुलर एएसपी लखन पटले भी उपस्थित थे।