शिवांग की गुमशुदगी व हत्या का खुलासा, तीन युवकों ने लूट व फिरौती वसूली की नियत से दिया था घटना को अंजाम

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। शहर से लगभग 10 किमी दूर से गुमशुदा इंजीनियर शिवांग चंद्राकर के मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। गुमशुदगी के लगभग 65 दिनों बाद पुलिस ने इसका खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि आरोपियों ने 30 लाख रुपए की फिरौती मांगने के उद्देश्य से शिवांग के अपहरण का प्रयास किया था। इसी प्रयास के दौरान उसका दम घुटने से मौत हो गई थी। मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को अपनी गिरफ्त में लिया है। जिनके खिलाफ दफा 364(क), 365, 201, 120 बी, 302 के तहत कार्रवाई की गई है।

आपको बता दें कि पिछली 6 दिसंबर की शाम लगभग 7 बजे चंदखुरी से मरोदा निवासी इंजीनियर शिवांग लापता हो गया था। शिवांग ग्राम चंदखुरी में अपनी बाडी गया था जहां से शाम को वापसी के दौरान वह गुम हो गया था। घर वापस नहीं आने पर दूसरे दिन परिजनों द्वारा पुलगांव पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर पड़ताल प्रारंभ की थी। इसी दरम्यान 5 जनवरी को गुमशुदा शिवांग के भाई धर्मेश चंद्राकर ने पुलिस को जानकारी दी कि चंदखुरी भाठा में झरझरा पुल के पास हरीश साहू के खेत में हार्वेस्टर के चक्करों से बने गड्ढे में नरमुंड व मानव शरीर की हड्डियां दिख रही है। मौके पर पडताल करने पर पुलिस को वहां नरमुंड के साथ हड्डियां तथा एक टाइमेक्स घड़ी बरामद की गई थी। घड़ी के शिवांग का होने की पुष्टि उसके परिजनों ने की थी।
यहां पत्रवार्ता में आईजी ओमप्रकाश पाल ने बताया कि संदेह के आधार पर पुलिस ने बरामद नरमुंड व हड्डियों को फोरेंसिक व डीएनए की जांच के लिए लैब भेजा था। डीएनए जांच रिपोर्ट में कंकाल के शिवांग के होने की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर पडताल प्रारंभ की थी। पड़ताल में जानकारी मिली की चंदखुरी के अशोक देशमुख, शिवांग के परिवार रंजिश थी। वहीं चंदखुरी के केनाल पारा का निवासी युवक विक्की देशमुख किसी से गुमशुदा शिवांग के अपहरण की चर्चा कर रहा था। जिस आधार पर पुलिस ने विक्की से पूछताछ की। पूछताछ में अपहरण व हत्या की जानकारी सामने आई। जिसके बाद वारदात में शामिल अशोक देशमुख, बसंत साहू को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। आरोपियों ने खुलासा करते हुए बताया कि उन्होंने फिरौती की नियत से शिवांग के अपहरण की योजना बनाई थी। घटना दिन को शिवांग के मोटर साइकिल पर फार्म हाउस से लौटते समय रास्ते में अशोक देशमुख ने उसे रोका और दोनों हाथ कस कर पकड़ लिए। जिसके बाद पास में छुपे हुए विक्की और बसंत पहुंचे और  जानवर बांधने की नायलोन की लस्सी उसके गले में बांध दिए। शोर माचाए जाने के भय से आरोपियों ने रस्सी को गले में कस दी। दम घुटने से शिवांग की मौके पर ही मौत हो गई। जिसके बाद आरोपियों ने अशोक की गाड़ी में शिवांग के शव को डिक्की में डाला और ले जाकर खेत में हारवेस्टर के चक्को से बने गड्ढे में डाल पैरा से ढक गए। वहीं शिवांग के पेंट-शर्ट व अन्य सामानों को झरझरा पुल के पास जला दिए। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर जले हुए अवशेष जब्त कर लिए है। इस मामले में पुलिस आरोपी अशोक देशमुख (31 वर्ष), विक्की उर्फ सोनू देशमुख (20 वर्ष), बसंत साहू (24 वर्ष) सभी निवासी केनाल पारा चंदखुरी को गिरफ्तार कर लिया है।