नई दिल्ली। असम में पिछले सप्ताह हुए हिंसक बेदखली अभियान को लेकर टिप्पणी करना कांग्रेस विधायक को भारी पड़ा है। पुलिस ने कांग्रेस विधायक शर्मन अली अहमद को उनके घर से गिरफ्तार किया है। उनपर बेदखली अभियान को लेकर भड़काऊ बयान देने का आरोप है। शर्मन अली अहमद की गिरफ्तारी कांग्रेस द्वारा उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने के एक दिन बाद सामने आई है। बागबोर के विधायक ने 40 साल पहले दरांग जिले में आठ लोगों की हत्या को सही ठहराया था। उन्होंने असमिया समाज में आंदोलन के शहीदों के रूप में देखे जाने वाले आठ लोगों को “हत्यारा” कहा था।
कांग्रेस ने शर्मन अली अहमद के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा कि विधायक ने राज्य में उपचुनाव से पहले “पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने के इरादे से” बयान जारी किया। नोटिस में यह भी कहा गया है कि उनके द्वारा दिए गए “असंवेदनशील” बयानों में राज्य के सामाजिक सद्भाव को नष्ट करने की “महान प्रवृत्ति” है।
20 सितंबर को दरांग जिले के अधिकारियों ने सिपाझार से लगभग 9 किलोमीटर दूर धौलपुर में चार स्थानों पर बेदखली अभियान शुरू किया था। अभियान में लगभग 800 परिवारों को 4,500 बीघा भूमि से हटा दिया गया। बेदखल किए गए परिवारों में से अधिकांश बंगाली भाषी मुसलमान थे। दूसरे दिन यह अभियान हिंसक हो गया। जिसमें पुलिस की गोलीबारी के दौरान कम से कम दो लोगों की मौत हो गई। हिंसा में पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल भी हुए हैं।

