रायपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले दो सालों से अटकी नर्सिंग की परीक्षा एक बार फिर स्थगित कर दी गई। लेकिन इस बार पेपर रद्द होने की वजह ज्यादा गंभीर है। 20 अगस्त को होने वाली परीक्षा को रद्द करते हुए विभाग ने पर्चा लीक होने की आशंका जताई है। इसी कारण पेपर शुरू होने के ठीक पहले परीक्षा रद्द कर दी गई। परीक्षा के शेड्यूल और भविष्य को लेकर फिलहाल आयुष यूनिवर्सिटी की ओर से कुछ भी कहा नहीं गया है।
भाजपा ने घेरा सरकार को
भाजपा सरकार के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने नर्सिंग परीक्षा के प्रश्नपत्र खुलेआम बाजार में बिकने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में हर जगह माफिया सक्रिय है, लेकिन शिक्षा में भी अब यही असर देखने को मिल रहा है। यहां खुलेआम बाजार में पेपर बिक रहे हैं। उसी का बहाना बनाकर नर्सिंग की परीक्षा कैंसिल कर दी गई।

कांग्रेस ने कहा बच्चों के भविष्य को लेकर सरकार सतर्क
पूरे मामले पर कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे ने बीजेपी नेता का पलटवार किया। उन्होंने कहा कि पर्चा लीक हुआ और समय पर निर्णय लेते हुए परीक्षा को रोकने का फैसला लिया गया। सरकार बच्चों के भविष्य के प्रति पूरी तरह सजग है। बृजमोहन अग्रवाल को अपने शासन काल की याद आ रही है, तभी वह इस तरह की बातें कर रहे हैं।
