दुर्ग (छत्तीसगढ़)। पाटन क्षेत्र के ग्राम बठेना में एक ही परिवार के सदस्यों की सामूहिक मौत की गुत्थी सुलझाने में पुलिस की कार्रवाई जारी है। परिवार के मुखिया और उसके पुत्र की मौत के संबंध में सामने आई शार्ट पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण फांसी पर लटकना सामने आया है। वहीं मौके से पुलिस ने कीटनाशक दवा की एक खाली व एक भरी बोतल बरामद की है। जले हुए तीनों शवों को परीक्षण के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।
बता दें कि शनिवार 6 मार्च को ग्राम बठेना की सीमा पर रहने वाले गायकवाड़ परिवार के मुखिया रामबृज और पुत्र संजू का शव एक साथ फांसी के फंदे पर झूलता मिला था। वहीं पैरावट से पूरी तरह जले हुए तीन मानव कंकाल बरामद हुए थे। परिवार की महिला सदस्य जानकी व उनकी पुत्रियां ज्योति व दुर्गा लापता थी। जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि पैरावट से बरामद शव इन लापता महिला सदस्यों के है।
अब तक पुलिस द्वारा की गई पडताल में सामने आया है कि मृतक राम ब्रिज गायकवाड के पैसों के लेनदेन को लेकर अत्यधिक व्यथित एवं परेशान रहता था। वहीं मृतक संजू के विषय में जानकारी मिली कि वह स्थानीय लोगों के धान मंडी ले जाकर बेचता था, लेकिन भुगतान में लेटलतीफी करता था।
घटनास्थल पर आज रविवार की प्रातः पुलिस टीम फॉरेंसिक टीम विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के समक्ष जले हुए पैरावट का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि तीनों मानव कंकाल लगभग पूर्णतया जली हुई अवस्था में है। तीनो ही कंकालों के सर उत्तर की दिशा में तथा पैर दक्षिण की दिशा में थे। जले हुए पैरावट का अवलोकन करने पर तीनों शवो को कंडो और पैरा की मदद से जलाया जाना प्रतीत हो रहा है। फॉरेंसिक टीम विशेषज्ञ एवं चिकित्सकों एवं कार्यपालिक दंडाधिकारी की उपस्थिति में मानव कंकालों के निरीक्षण बाद अवशेषों को वैज्ञानिक विधि से संकलित कर परीक्षण हेतु मेडिकल कॉलेज भेजा गया। घटनास्थल से पाए गए फिंगरप्रिंट्स एवं बरामद दस्तावेज को भी परीक्षण हेतु भेजा गया है।