दुर्ग (छत्तीसगढ़)। ठगड़ा बांध का नाम बदले जाने का विवाद अब थमता नजर आ रहा है। विधायक अरुण वोरा द्वारा इस संबंध में दुर्ग निगम महापौर को समझाइश दिए जाने के बाद यह स्थिति निर्मित हुई। इस मुद्दे को लेकर आज युवा चंद्रनाहु कुर्मी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने विधायक से मुलाकात कर अपनी आपत्ति दर्ज कराई, जिसके बाद विधायक द्वारा इस मुद्दे पर महापौर बाकलीवाल को निर्देशित किए जाने की जानकारी मिली है।
बता दें कि हाल ही में दुर्ग नगर निगम महापौर परिषद (एमआईसी) द्वारा पर्यटन स्थल के रुप में विकसित किए जा रहे ठगड़ा बांध का नामकरण स्व. मोतीलाल वोरा के नाम पर किए जाने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय के बाद से एक समाज विशेष में नाराजगी उभर कर सामने आने लगी है। समाज के प्रतिनिधियों का कहना है कि इस स्थल का नामकरण महादानी स्व. माधव प्रसाद चंद्राकर के नाम पर किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि माधव प्रसाद चंद्राकर संतानहीन थे और तत्कालीन आमदी गांव के लोग उन्हें ठगड़ा कहते थे। उन्हीं के. नाम पर इस बांध का नाम ठगड़ाबांध पड़ा था। समाज के लोगों ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें स्व. मोतीलाल वोरा के नाम से कोई शिकायत नहीं है। साथ ही वे उनके प्रशंसक भी है। उन्होंने सुझाव दिया कि अन्य किसी स्थल का नामकरण मोतीलाल वोरा के नाम पर किया जाए और ठगड़ाबांध का नामकरण दाऊ माधव प्रसाद चंद्राकर के नाम पर किया जाए।
प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात के बाद अरूण वोरा ने महापौर धीरज बाकलीवाल को निर्देशित किया कि बांध के नामकरण पर किसी प्रकार का विवाद न हों इसका ध्यान रखा जाए। वहीं महापौर बाकलीवाल ने एमआईसी द्वारा प्रस्तावित नामकरण के इस प्रस्ताव पर पुनः विचार करने का आश्वासन दिया है। प्रतिनिधि मंडल में युवा चंद्राकर समाज भिलाई नगर के अध्यक्ष कमल नारायण चंद्राकर के साथ बसंत चंद्राकर, सदानंद चंद्राकर, बलदाऊ प्रसाद चंद्राकर एवं अन्य सामाजिक लोग शामिल थे।