दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जिस घर में युवक को आश्रय मिला, उसी परिवार की मूकबधिर युवती को युवक ने अपनी हवस का शिकार बना लिया। आरोपी पीड़िता का ममेरा भाई है। आरोपी ने साथी किशोर के साथ युवती से मारपीट की और धमका कर शारिरिक संबंध बनाए। मामले की शिकायत पुलिस में किए जाने के बाद पुलिस ने पड़ताल कर आरोपी भाई और उसके साथी किशोर को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।
मामला रनचिरई थाना का है। आरोपी युवक व किशोर ने इस घटना को 9 जुलाई की शाम अंजाम दिया। आरोपी देवव्रत ठाकुर (20 वर्ष) को अपने पिता की मृत्यु के बाद अपने मामा के घर में आश्रय मिला था। यहीं उसका लालन पालन हुआ। घटना दिन को देवव्रत ने नाबालिग के साथ मिलकर अपनी मूकबधिर बहन के साथ मारपीट की और दोनों ने डरा धमका कर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। इस घटना की जानकारी पीडिता द्वारा इशारे से अपने परिजनों को दी गई। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस में की गई। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दफा 323, 506, 376(घ) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उन्हें अपने कब्जे में ले लिया।
पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत
मामले पीड़िता के मूकबधिर होने के कारण बयान लेने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके लिए पुलिस स्वंय सेविकाओं द्वारा इशारे के माध्यम से पीड़िता से जानकारी हासिल की गई। वहीं जिला चिकित्सालय में परीक्षण कराए जाने पर उसके साथ मारपीट किए जाने व बलातसंग किए जाने की पुष्टि हुई।