जनप्रतिनिधियों की भागीदारी से सफल होगी नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना: ताम्रध्वज साहू

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। गौठान जिस तरह से कार्य कर रहे हैं और आप लोगों की भागीदारी से जिस तरह से अच्छा काम गौठान में हो रहा है उससे निश्चित ही जैविक खेती की दिशा में बड़ी भूमिका गौठान निभाएंगे। यह संदेश जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक में गृह एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने दिया। उन्होंने कहा कि भविष्य जैविक खेती का है लेकिन इसके लिए संसाधन कैसे आएंगे। इसके लिए तैयारी छत्तीसगढ़ ने की है। गोधन योजना के माध्यम से हम गोबर भी क्रय करेंगे। इस प्रकार विक्रय का माध्यम बनने से गोबर से जैविक खाद बनाने की दिशा में लोग कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि जैविक खेती के लिए बड़े पैमाने पर कंपोस्ट खाद की जरूरत होगी। इसके लिए हमारे पशुधन का पूरी तरह दोहन होने से इस संभावना की दिशा में हम बढ़ सकेंगे। इस वजह से छत्तीसगढ़ शासन ने यह महत्वपूर्ण योजना लाई है। जिला पंचायत सीईओ सच्चिदानंद आलोक ने इस संबंध में जिले में चल रही गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। मंत्री ने कहा कि गौठान समितियों को मजबूत करने हम लोग दस हजार रुपए की राशि भी उन्हें प्रदान कर रहे हैं। गौठान समितियों के माध्यम से लोगों के अनुभव का पूरा इस्तेमाल हो सकेगा। रोकाछेका हमारी परंपरा है, इसे बड़ी उत्साह से इस बार मनाया गया। इसका लक्ष्य स्पष्ट है खरीफ फसल की रक्षा। काफी पहले से रोकाछेका कर देने से अगली फसलों के लिए किसानों को मौका मिल पाएगा। मंत्री ने कहा कि गौठानों को आगे बढ़ाने की दिशा में जनप्रतिनिधियों की सक्रियता की बड़ी भूमिका है। हमारा पशुधन और हमारे खेत हमारी सबसे बड़ी संपदा है। इनका पूरा इस्तेमाल करना है और इसके लिए एक बेहद कारगर योजना हम लोगों ने लाई है और इसका बड़े पैमाने पर कार्यान्वयन भी किया है। इनका संपूर्ण दोहन हो सके, इसके लिए गौठान समितियों का भी गठन किया गया है। केवल पशुधन ही नहीं, गौठान ग्रामीण आजीविका केंद्र भी बन सके, इस दिशा में भी काम हो रहा है। गांव में महिलाएं ऐसे उत्पाद बना रही हैं जो पहले केवल शहरों से आ रहे थे। गौठानों के माध्यम से वैविध्य भी बढ़ा है। अब मुर्गी पालन और मत्स्यपालन पर भी गौठानों में जोर हैं। मंत्री ने सामान्य सभा की बैठक में सभी विभागों की गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कोविड संकट को देखते हुए फिजिकल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी नियमित रूप से मानिटरिंग करें एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के संपर्क में भी रहें। उन्होंने खरीफ फसल को देखते हुए खाद-बीज के उठाव की जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि गुणवत्तायुक्त खाद-बीज का वितरण सुनिश्चित करें। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों से भी उन्होंने आनलाइन पढ़ाई की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे सुपोषण अभियान की जानकारी भी ली। बैठक में मौजूद जिला पंचायत अध्यक्ष श्री शालिनी रिवेंद्र यादव ने भी विभिन्न विषयों पर चर्चा की। इस मौके पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक साहू एवं अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।