दुर्ग (छत्तीसगढ़)। विधायक अरूण वोरा ने सरकारी दफ्तरों के कामकाज में सुधार लाने पर जोर दिया है। वोरा ने कहा कि कलेक्ट्रेट, तहसील कार्यालय, नगर निगम सहित अन्य शासकीय कार्यालयों में समस्या के निराकरण या जानकारी लेने आए लोगों को अक्सर भटकना पड़ता है। मुलाकात का समय तय न होने के कारण ज्यादातर लोगों को घंटो तक इंतजार करना पड़ता है। इस अव्यवस्था में सुधार लाने की जरूरत है ताकि जनता को बेवजह भटकने या घंटो तक इंतजार करने की नौबत न आए।
वोरा ने कहा कि भाजपा सरकार के 15 साल के कार्यकाल के दौरान लोगों को अपनी समस्याएं बताने के लिए या छोटे-मोटे कार्यों के लिए घंटो तक भटकना पड़ता था। अब सरकार बदल गई है। प्रदेश में भूपेश बघेल सरकार लगातार जनहित के फैसले कर रही है। जिला स्तर पर भी अफसरों को भी मुख्यमंत्री की भावनाओं के अनुरूप कार्यशैली में सकारात्मक बदलाव करना होगा। आम जनता को समय पर शासन की योजनाओं का लाभ और आवश्यक सुविधाएं देने की दिशा में अफसरों को काम करना होगा। अधिकांश विभागों में अफसरों के दफ्तर में बैठने का समय तय नहीं है। इसमें सुधार लाएं।
निर्धारित समय पर दफ्तर में बैठें अफसर
विधायक वोरा ने कहा कि विभागीय अफसर अपने कार्यालय के सामने एक सूचना बोर्ड लगाएं, जिसमें आम लोगों से मुलाकात के लिए निश्चित समय की जानकारी हो। निर्धारित समय अवधि के दौरान हर हाल में विभागीय अफसर आम जनता की समस्याएं सुनें और तत्काल निराकरण करने की कार्रवाई करें। कई शासकीय कार्यालयों में जनता से मुलाकात के लिए निर्धारित समय का सूचना बोर्ड लगा है, लेकिन निर्धारित समय में अफसर अपने दफ्तर में मौजूद नहीं रहते जिससे लोगों को बेवजह भटकना पड़ता है।
गुड गवर्नेंस पर फोकस करें
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट और लॉकडाउन की परिस्थितियों में शासकीय विभागों ने अपने कर्तव्यों का पालन बखूबी किया है और अभी भी बेहतर तरीके से कामकाज चल रहा है। अब लॉकडाउन की स्थिति से निकलकर धीरे-धीरे जन-जीवन सामान्य होने लगा है। ऐसी स्थिति में बेहतर होगा कि सभी विभाग गुड गवर्नेंस पर फोकस करते हुए जनसेवा की भावना से काम करें।