रायपुर (छत्तीसगढ़)। भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना कवर्धा से संबद्ध गन्ना उत्पादक कृषकों के व्यापक हित में ईथेनॉल प्लांट की स्थापना की जा रही है। पब्लिक प्राइवेट पाटर्नरशिप से इसकी स्थापना की जाएगी। ईथेनॉल प्लांट की स्थापना के लिए निवेशक के चयन के लिए दो चरण में (आरएफक्यू एवं आरएफपी) कार्रवाई की जा रही है। प्लांट स्थापना के लिए आज चिप्स कार्यालय में प्री-बिड कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। 34 कम्पनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस अवसर पर सहकारिता विभाग के पंजीयक हिमशिखर गुप्ता, संयुक्त पंजीयक डी.पी. टावरी, सहायक पंजीयक विकास खन्ना, भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना कवर्धा के प्रबंध संचालक भूपेन्द्र ठाकुर, उद्योग विभाग के महाप्रबंधक ओ.पी. बन्जारे, छत्तीसगढ़ बायोफ्यूल विकास प्राधिकरण के प्रोजेक्ट ऑफिसर सुमीत सरकार और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
प्रथम चरण में आरएफक्यू (रिक्वेशट फॉर क्वालीफिकेशन) के लिए चार जून को विज्ञापन प्रकाशित किया गया था, जिसके अनुक्रम में आज चिप्स कार्यालय रायपुर में प्री-बिड कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। कॉन्फ्रेंस में 14 कम्पनियों के 25 प्रोप्राइटर, प्रतिनिधि उपस्थित हुए और 20 कम्पनियों के प्रोप्राइटर, प्रतिनिधि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाने की ओर से नियुक्त प्रोजेक्ट कन्सलटेन्ट ई एण्ड वाय एल.एल.पी. द्वारा प्रोजेक्ट से संबंधित जानकारियों का प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। प्रोजेक्ट में भाग लेने के लिए तकनीकी, वित्तीय मापदंड और ईथेनॉल निर्माण के लिए कच्चा माल (सी-हैवी मोलासेस, बी-हैवी मोलासेस, सुगर केन जूस) की उपलब्धता, बिड पैरामीटर, प्री फिजिबिलिटी रिपोर्ट, कनसेशन अवधि आदि से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई। समस्त निवेशकों की जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। निवेशकों की ओर से प्रस्तुत प्रश्नों के समाधान का प्रकाशन 19 जून को चिप्स की वेबसाईट http://eproc.cgstate.gov.in (ईप्रोक डॉट सीजीस्टेट डॉट जीओव्ही डॉट आईएन) के माध्यम से किया जाएगा। पब्लिक प्राइवेट पाटर्नरशिप मॉडल के लिए सबसे अधिक राशि की बोली लगाने वाले निवेशकों को मापदण्डों की पूर्ति करने पर चयनित किया जाएगा।