एक्शन मोड में नए कलेक्टर, बोले हर गांव में खुलेगा मनरेगा, क्वारंटाइन सेंटर में होगा स्किल डेवलपमेंट

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जिले के नवपदस्थ कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे चार्ज लेते ही एक्शन मोड में आ गए हैं। इसी के तहत शुक्रवार को पहले ही दिन वे सीएम भूपेश बघेल के निर्वाचन क्षेत्र पाटन पहुंचे। यहां उन्होंने दर्जनभर निर्माण व विकास कार्यों का जायजा लिया और मातहत अधिकारियों को व्यवस्थाओं के सुधार के लिए निर्देश दिया। कलेक्टर ने कहा कि मनरेगा के काम जिले सभी ग्राम पंचायतों में शुरू किए जाएंगे। वहीं क्वारंटाइन सेंटर में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ लोगों के स्किल डेवलपमेंट पर फोकस किया जाएगा।
कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने पाटन दौरे के दौरान एसएलआरएम सेंटर, गौठान, कम्युनिटी सेंटर और गार्डन का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप शहर में सौंदर्यीकरण का कार्य होगा। इसके साथ ही आजीविका मूलक गतिविधियों पर बड़े स्तर पर काम होगा। इस मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष भूपेन्द्र कश्यप, एसडीएम विनय पोयाम भी मौजूद थे। कलेक्टर ने कहा कि मनरेगा के माध्यम से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन और उपयोगी संरचनाओं का निर्माण होता है। इसलिए अधिकारी हर ग्राम पंचायत में मनरेगा का काम शुरू कराना सुनिश्चित करें।
क्वारंटाइन सेंटर में कौशल संवर्धन
कलेक्टर ने कहा कि चौदह दिन काफी महत्वपूर्ण होते हैं। इनका उपयोग कर लोगों का कौशल संवर्धन किया जा सकता है। इस कार्य के लिए तत्काल जुटने के निर्देश उन्होंने पंचायत एवं ग्रामीण विकास के अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर जैसी जरूरत है वैसा ही कौशल संवर्धन करें। उन्होंने कहा कि केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं में किसी तरह की कमी न आने पाए।
सड़के होंगी गुलमोहर से गुलजार
कलेक्टर ने कहा कि शहर को सुंदर बनाने के लिए हरीतिमा का दायरा बढ़ाना बेहद आवश्यक है। शहर को प्रमुख शहरों से जोडऩे वाली सड़कों के किनारे पर गुलमोहर सहित अन्य पेड़ लगाए जाएंगे। उन्होंने डिवाइडर पर अमलतास अथवा टर्मिनेलिया के पौधे लगाने को कहा। उन्होंने कहा कि ऐसे पौधे जल्दी बढ़ते हैं। एक साल के भीतर पूरा क्षेत्र हरियाली से गुलजार हो जाएगा। उ
गौठान और एसएलआरएम सेंटर देखा
कलेक्टर ने एसएलआरएम सेंटर और यहां से लगा गौठान भी देखा। अधिकारियों ने बताया कि गौठान में नैपियर घास लगाया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि हार्टिकल्चर विभाग के माध्यम से यह उपलब्ध करा दिया जाएगा। एसएलआरएम सेंटर में बनाये गए खाद का निरीक्षण भी उन्होंने किया। सीएमओ ने बताया कि नजदीक के ही किसान खाद ले जाते हैं। प्लास्टिक वेस्ट को सीमेंट फैक्ट्री को बेंचा जाता है।

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