सहायता केन्द्र में प्रवासियों को दिया जा रहा सुखा नाश्ता व फल, दानवीर मदद के लिए आ रहे हैं आगे

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। लाॅकडाउन में प्रवासी मजदूर जो अपने गांव-घरों की ओर बस, ट्रक या अन्य साधन से रवाना हो रहे हैं, ऐसे मजदूरों को रास्ते में नाश्ता प्रदान कर उन्हें मदद दिया जा रहा है। हाथों को सेनेटाइज करने निगम की ओर से सहायता केन्द्र में आज आधुनिक सैनिटाइजर सिस्टम भी लगाया गया है, ताकि हाथों को स्वच्छ एवं संक्रमण मुक्त रखा जा सके। अपने घरों के लिए निकले प्रवासी मजदूरों के लिए नगर पालिक निगम भिलाई द्वारा श्रमिक सहायता केंद्र बनाया गया है जहां पर ऐसे मजदूर और श्रमिकों के लिए चना, मुर्रा, गुड़ और सूखा नाश्ता, पेयजल व्यवस्था, सत्तु एवं फल आदि का नाश्ता देने के पश्चात ऐसे प्रवासी मजदूरों को थोड़ी देर आराम करने व छांव देने टेंट, कुर्सी की व्यवस्था की गई है ताकि वे कुछ देर विश्राम करके अपने गंतव्य की ओर पुनः रवाना हो सके। नेहरू नगर चैक गुरुद्वारा के पास श्रमिक सहायता केंद्र की स्थापना प्रवासी मजदूरों के आवागमन के साथ ही 12 मई से कर दी गई है ताकि अपने घरों की ओर रवाना होने वाले श्रमिकों व मजदूरों को सफर के दौरान राहत प्रदान किया जा सके। सहायता केन्द्र में जरूरतमंदों के लिए बिस्किट, फल, गुड़, पानी बाॅटल एवं मिक्सचर इत्यादि खाद्य सामग्रियो को शहर के नागरिक एवं सामाजिक संस्थाए खुलकर दान कर रहे हैं। सहायता केन्द्र के सामने से होकर गुजरने वाले प्रवासी मजदूरों को बुलाकर उनके हाथों को सैनिटाइज कर सूखा नाश्ता चना, मुर्रा, मिक्सचर, फल, सत्तु का पैकेट और पानी पिलाया जा रहा है तथा जिनके पास मास्क नहीं रहता है उन्हें मास्क भी दिया जा रहा है। मजदूरों के बैठने के लिए पर्याप्त मात्रा में कुर्सियों की व्यवस्था की गई है! सहायता केंद्र हाईवे के किनारे बनाया गया है ताकि प्रवासी मजदूरों को राहत दी जा सके!
ऐसे लोगों की मदद करने दानदाता भी सामने आ रहे हैं आज सिकोला बस्ती वार्ड 15 के मितानीन महिला एवं आरोग्य समिति के योगेश्वरी देशमुख, लक्ष्मी साहू, रंजीता कुर्रे, पूनम सिरमौर सहित पांच महिलाओं ने सहायता केन्द्र में 100 पैकेट बिस्किट और केला दान किए तथा मजदूरों को नाश्ता प्रदान करने में अपनी सेवाएं भी दिए। सहायता केंद्र की स्थापना होने से प्रवासी मजदूरों को इस केंद्र में राहत मिल रही है।