दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कोरोना वायरस की महामारी से प्रभावित छात्र छात्राओं के भविष्य व शिक्षा के नए मॉडल पर विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल ने जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास सिंह बघेल से विस्तार में चर्चा की। लॉक डाउन के दौरान काम धंधे बंद रहने से मध्यम वर्ग, छोटे व्यवसायी व गरीबों की आर्थिक स्थिति चरमराई हुई है। जिसमें स्कूल बंद होने के बावजूद लगातार फीस की मांग किए जाने की शिकायतें आ रही थीं। जिस पर वोरा के पहल करने के बाद सभी शासकीय व निजी स्कूलों को शिक्षण सत्र प्रारंभ होने तक फीस स्थगित रखने के आशय का पत्र शिक्षा विभाग द्वारा भेज दिया गया।
इसके साथ ही शासन ने झाड़ूराम देवांगन शासकीय बहुद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने 3 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। विधायक वोरा ने बताया कि जेआरडी स्कूल के उन्नयन से सैकड़ों छात्रों को उच्च स्तरीय शिक्षा का लाभ मिलेगा। स्मार्ट क्लासेस, विज्ञान, कम्प्यूटर एवं गणित के लैब स्थापित होने से छात्रों को बेहतर अधोसंरचना मिलेगी। नगर निगम क्षेत्र के 72 शासकीय स्कूल जिसमें प्राथमिक शाला 37, पूर्व माध्यमिक 22, हाईस्कूल 2 एवं हायर सेकेण्डरी 11 के 14030 छात्र-छात्राएं कोरोना के कहर से स्कूलों में होने वाली तालाबंदी के चलते शिक्षा से वंचित हो रहे है। साथ ही इन छात्र-छात्राओं को भविष्य की चिंता सता रही है। जिसके लिए विधायक व महापौर ने शिक्षा के ऑनलाईन मॉडल पर भी चर्चा की। फंड के अभाव में वर्तमान मे शहरी सरकारी स्कूलों का संधारण व फर्निचर का कार्य पर अभी रोका गया है। पूर्व में माध्यन भोजन के बदले सूखा राशन बच्चों को घर- घर पहुंचाने का कार्य शिक्षकों ने किया। आने वाले समय में यह कार्य दोहराया जाएगा। दुर्ग निगम क्षेत्र में नए शिक्षा सत्र में अंग्रेजी स्कूल का चयन नहीं किया गया है। इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजेश शर्मा, अंशुल पाण्डेय, आयुष शर्मा, गौरव उमरे मौजूद थे।