मालिक ने किया बाड़ी मजदूरों को बेदखल, भिलाई निगम ने दिखाई संवेदनशीलता, दिया आश्रय स्थल में आसरा

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कोहका सिरसा रोड चौहान बाड़ी में कार्य करने वाले मजदूरों को वहां के मालिक द्वारा निकाल दिया गया है। सूचना मिली की मजदूरों का अब इनका कोई भी सहारा यहां पर नहीं है तब महापौर एवं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव एवं आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर तत्कालिक रूप से व्यवस्था कराते हुए इनके रहने एवं खाने सहित देखरेख की जिम्मेदारी अधिकारियों को दिया गया है।

जहां एक ओर समाजसेवी, विभिन्न संगठन संवेदनशीलता का परिचय दिखाते हुए ऐसे लोगों की मदद कर रहे हैं वहीं बाड़ी मालिक ने इन मजदूरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। वार्ड 12 कॉन्ट्रैक्टर कॉलोनी आमोद भवन के आश्रय स्थल में इन मजदूरों को रखा गया है। जिन्हें भोजन के लिए राशन सामग्री प्रदान की गई है तथा इन्हें मास्क भी मुहैया कराई गई है और इनका मेडिकल परीक्षण भी किया गया है।
राजस्थान के हनुमानगढ़ से आए हुए मजदूर सतनाम सिंह ने बताया कि जनवरी माह से भिलाई में आए हुए हैं और कोहका के चौहान बाड़ी में काफी दिनों से कपास से रुई निकालने का कार्य कर रहे थे, परंतु बाड़ी के मालिक ने लॉक डाउन के इस कठिन परिस्थिति में उन्हें काम से निकाल दिया और मजदूरों के सामने रहने एवं खाने की समस्या खड़ी हो गई है। मजदूरों के साथ उनके दो बच्चे भी शामिल है। राजस्थान के कुल 17 मजदूर बाड़ी में कार्य कर रहे थे जिसमें महिलाएं भी सम्मिलित है।