महिलाओं की अभिनव पहल, मंदिरों में चढ़े फूलों से बनाया हर्बल गुलाल, मुख्यमंत्री ने की सराहना

इस होली के पर्व पर बिहान स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने कवर्धा के भोरमदेव मंदिर में चढ़े फूलों और मुख्यमंत्री निवास से प्राप्त गुलदस्तों से हर्बल गुलाल तैयार कर लोगों को हर्बल रंग से होली खेलने की सौगात दी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनके निवास कार्यालय में रायपुर जिले के सेरीखेड़ी महिला स्व-सहायता समूह और कबीरधाम जिले के जय गंगा मईया महिला स्व-सहायता समूह के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की और मुख्यमंत्री को उन्होंने फूलों से निर्मित हर्बल गुलाल भेंट किया।

रायपुर (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री बघेल ने महिला समूहों को हर्बल गुलाल के निर्माण के लिए संचालित गतिविधियों पर अपनी बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने इन महिला समूहों के अभिनव पहल की खूब सराहना करते हुए बताया कि इसी तरह शादी विवाह, अन्य कार्यक्रम के साथ मुख्यमंत्री निवास से निकलने वाले फूलों का उपयोग भी हर्बल गुलाल बनाने में किया जा रहा है। इसके लिए इन सभी महिलाओं को साधुवाद देता हूं।
रायपुर जिले के सेरीखेड़ी की महिलाओं ने अभी तक 8 क्विंटल गुलाल बनाया है। केवल यही नहीं बुके और गुलदस्तों के पन्नियों और रेपर का उपयोग इन महिलाओं ने साबुन को पैक करने में कर रही है तथा फूलों और बुके के अन्य डिंडियो आदि का उपयोग वे जैविक खाद बनाने में कर रही है। इसी तरह कबीरधाम जिले की जय गंगा मईया महिला स्व-सहायता समूह द्वारा छत्तीसगढ़ के खजुराहो के नाम से विख्यात श्री भोरमदेव मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए फूलों से हर्बल गुलाल बनाया जा रहा है। इनके द्वारा अब तक तैयार 4 क्विंटल गुलाल को बाजार में बिक्रय कर 52 हजार रूपए की आय अर्जित कर ली गई है।
आपको बता दें कि श्री भोरमदेव मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा प्रतिदिन लगभग 200 से 300 किलो फूल चढ़ाया जाता है, जो सप्ताह के अंत में 400 से 500 किलो तक हो जाता है। उमंग और उल्लास के त्यौहार होली में अब लोगों को हर्बल गुलाल सहजता से सस्ते कीमत पर उपलब्ध होगा।

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