रायपुर, 10 अप्रैल 2025:
भारत के केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने आज कोरबा जिले की गेवरा कोल खदान का दौरा किया, जो न केवल भारत की सबसे बड़ी बल्कि विश्व की दूसरी सबसे बड़ी कोयला खदान भी है। इस निरीक्षण के दौरान मंत्री रेड्डी ने शावेल मशीन और डम्फर में सवार होकर कोयला उत्पादन और परिवहन की गतिविधियों को बारीकी से समझा।
उन्होंने व्यू पॉइंट से खदान क्षेत्र का अवलोकन करते हुए सरफेस माइनर द्वारा की जा रही कोयला कटिंग को भी देखा और खुद अपने हाथों से कोयला उठाकर उसकी गुणवत्ता का परीक्षण किया। खदान में चल रही आधुनिक तकनीक आधारित गतिविधियों से मंत्री रेड्डी खासे प्रभावित नजर आए।

पर्यावरण और पारदर्शिता को प्राथमिकता
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की ऊर्जा ज़रूरतों को पारदर्शिता और पर्यावरण-संतुलन के साथ पूरा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज़ादी के बाद पहली बार माइन क्लोजर एक्टिविटी को लेकर गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं और अगले तीन वर्षों में पर्यावरणीय मानकों के अनुरूप ग्रीनरी डेवलपमेंट को प्राथमिकता दी जाएगी।
प्रजेंटेशन के माध्यम से मिला पूरा खदान विवरण
खदान व्यू पॉइंट पर पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से एसईसीएल के अधिकारियों ने मंत्री को कोयला उत्पादन, तकनीकी समावेश, सामुदायिक विकास और पर्यावरण संरक्षण पर चल रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भविष्य में उत्पादन और स्थायित्व दोनों को संतुलित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
कर्मचारियों का सम्मान, श्रमिकों से संवाद
इस अवसर पर श्री रेड्डी ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एसईसीएल कर्मचारियों को सम्मानित किया और खदान क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों से मुलाकात कर उनकी मांगों और सुझावों को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया।
