ब्याज पर रकम नहीं मिलने से नाराज होकर दंपत्ति पर प्राणघातक हमला करने वाले आरोपी को पुलिस द्वारा अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इस हमले में घायल पत्नी की मौत हो गई थी। वारदात के बाद आरोपी अहमदाबाद फरार हो गया था। जहां से आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दफा 450, 307, 302 के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। अंधे कत्ल की यह वारदात लगभग सप्ताह पहले ग्राम भरनी (धमधा) में घटित हुई थी। 2 मार्च की सुबह पुलिस को सूचना मिली थी कि ग्रामवासी वासुद्व साहू व उसकी पत्नी चैतीबाई साहू पर किसी ने जानलेवा हमला कर दिया है। गंभीर रुप घायल दंपत्ति को धमधा के अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया। जहां चैतीबाई को मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर मामले की पड़ताल प्रारंभ की थी। पड़ताल में जानकारी सामने आई कि घायल वासुदेव साहू ब्याज पर लेनदेन का धंधा करता है। इसी दौरान यह जानकारी भी सामने आई कि ग्राम का आदतन जुआड़ी, शराबी युवक ताराचंद उर्फ डाला पुरानिक (30 वर्ष) वारदात के बाद से गांव से गायब है। ताराचंद के संबंध में उसके अहमदाबाद में अपने भाई के पास होने की जानकारी मिली। पुलिस टीम ने आरोपी को अहमदाबाद से ताराचंद को अपनी गरिफ्त में ले लिया।
पूछताछ में तारांचद ने इस वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि वारदात से एक दिन पहले वह वासुदेव के पास उधारी में रकम मांगने गया था, लोकिन उसने देने से इंकार कर दिया था। जिससे वह नाराज था। इसी नाराजगी को लेकर उसने साहू दंपत्ति पर चाकू से हमला कर दिया था। एएसपी (रुलर) लखन पटले के मार्गदर्शन में इस हत्या और हत्या के प्रयास के इस मामले का खुलासा करने में धमधा थाना प्रभारी शैलेन्द्र ठाकुर, एसआई जगदीश मंडावी, एएसआई संतुराम ठाकुर, चंद्रशेखर सोनी, हेड कांस्टेबल बेनी सिंह, अनिल सिंह, कांस्टेबल डी. रवि, अलाउद्दीन, राजकुमार, प्रदाप कुमार, अमित वर्मा, किशोर वर्मा, कोमल राजपूत, विनीत साहू की अहम भूमिका रही।