जागरुकता से ही कैंसर का बचाव है संभव : डॉ. अर्पण

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। शास. डॉ. वा. वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर जागरुकता व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की यूथ रेडक्रॉस ईकाई के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में संजीवनी कैंसर हास्पीटल रायपुर के वरिष्ठ कैंसर सर्जन डॉ. अर्पण चतुर मोहता एवं रक्त रोग विशेषज्ञ डॉ. अम्बर गर्ग द्वारा छात्राओं को कैंसर रोग के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।

डॉ. अर्पण चतुर मोहता ने बताया की आजकल दिनचर्या में बदलाव के कारण कैंसर रोग बहुत जादा देखने को मिल रहा है। खासकर महिलाओं में स्तन कैंसर के मरीज की संख्या बड़ी है। जिसका मुख्य कारण मोटापा, आलस्य जीवन, बच्चो को दूध ना पिलाना, बांझपन है। आज आधुनिक मशीनो की मदद से 80 प्रतिशत स्तन कैंसर में फ्राजन सेक्सन मशीन की सहायता से स्तन बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया की जेनेटीक टेस्ट से पता चल सकता है कि मरीज को कीमोथेरेपी की जरुरत है या नही। पेट सीटी स्कैन से देखा जा सकता है कि कैंसर कौन से स्टेज में है और कैसे ईलाज किया जा सकता है।
रक्त रोग विशेषज्ञ डॉ. अम्बरगर्ग ने बताया की ऐनीमिया जनसंधारण में विशेषकर महिलाओं में बहुत अधिक मात्रा में पायी जाती है। खून की कमी के कारण जैसे आयरन बिटामीन की कमी रक्त रोगो को जन्मदेती है। उन्होने बताया की ऐनीमिया का बचाव संतुलित भोजन से संभव है। इसके लिये आयरन युक्त भोजन, हरि सब्जिया, केला, अनार, गुड़ का सेवन करना चाहिए इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी ने कहा की यूथ रेडक्रॉस की छात्राओं को आज के इस जानकारी युक्त व्याख्यान से प्राप्त जानकारी से कैंसर रोग के संबंध में जागरुकता के लिये प्रयास किये जाने चाहिये।
जागरुकता ही इस रोग के बचाव का सबसे बड़ा माध्यम है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रेश्मा लाकेश ने किया तथा आभार प्रदर्शन डॉ. अनुजा चौहान ने किया। इस अवसर पर प्राध्यापक, छात्राऐं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

You cannot copy content of this page