आबादी क्षेत्र में संचालित डेयरियों को गोकुल नगर में विस्थापित किए जाने की योजना एक बार फिर से दम तोड़ती नजर आ रही है। इस संबंध निगम प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई का असर संचालकों पर पड़ता नजर नहीं आ रहा है। इसके विपरित निगम प्रशासन किसी प्रकार की ठोस कार्रवाी करने की बजाए, संचालकों को महज नोटिस जारी खानापूर्ति करने पर आमदा है। स्थिति यह है कि शहर में 110 डेयरी संचालकों में से महज 45 संचालकों ने ही गोकुल नगर में भूमि आवंटन के लिए आवेदन जमा किया है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। निगम प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार शहर के आबादी क्षेत्रों में संचालित 65 डेयरी संचालकों को डेयरी को हटाने के लिए एक बार फिर से नोटिस जारी किया गया है। इस बार तीन दिन की मोहलत दी गई है। इससे पूर्व निगम आयुक्त इंद्रजीत वर्मन ने डेयरी संचालकों की बैठक लेकर उन्हें तीन माह की अवधि में अपना कारोबार गोकुल नगर में विस्थापित किए जाने की सलाह दी थी। इसके लिए जमान आवेदन के लिए आवेदन भी फिर से आमंत्रित किए गए थे। निगम द्वारा 10 मवेशियों से अधिक संख्या वाली 110 डेयरियों को चिहिंत किया गया है। जिनमें से महज 45 के संचालकों ने ही आवेदन प्रस्तुत किए है।
इनके अलावा आवेदन प्रस्तुत नहीं करने वाले 65 डेयरी संचालकों को नोटिस जारी किया गया है। जिसमें निगम प्रशासन ने उच्च न्यायालय के निर्देशों का हवाला देते हुए डेयरी संचालकों को 3 दिवस के अंदर शहर से डेयरी हटाने नोटिस जारी किया है। डेयरियॉ नहीं हटाये जाने की स्थिति में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्यवाही किए जाने की चेतावनी भी नोटिस में दी गई है।