बसन्त पँचमी के अवसर पर हुआ माता सरस्वती का पूजन अर्चन, बच्चों की दी पठन-पाठन सामग्री

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। बसंत पंचमी पर्व पर श्री सत्तीचौरा माँ दुर्गा मंदिर, गंजपारा में बंसत पंचमी के पावन अवसर पर माँ सरस्वती जी की पूजा अर्चना की गयी। दुर्गा मन्दिर समिति के बंटी शर्मा ने बताया कि बंसन्त पंचमी के अवसर पर मंदिर परिसर में प्रातः 11 बजे से माँ सरस्वती जी की पूजा अर्चना, आरती एवं प्रसादी का आयोजन किया गया, जिसमें शामिल स्कूली बच्चों ने माता सरस्वती जी की पूजा अर्चना एवं आरती की, समिति द्वारा उपस्थित सभी स्कूली बच्चों को कॉपी, पेन, पेंसिल, रबर, मिष्ठान का वितरण किया गया।

मंदिर में पूजा अर्चना मुख्य पुजारी पं. सुनील पांडेय ने की। उन्होंने मंदिर परिसर में उपस्थित धर्मप्रेमियों को बंसत पंचमी का महत्व बताते हुए कहा कि वसंत ऋतु आते ही प्रकृति का कण−कण खिल उठता है। मानव तो क्या पशु−पक्षी तक उल्लास से भर जाते हैं। हर दिन नयी उमंग से सूर्योदय होता है और नयी चेतना प्रदान कर अगले दिन फिर आने का आश्वासन देकर चला जाता है। यों तो माघ का यह पूरा मास ही उत्साह देने वाला है, पर वसंत पंचमी का पर्व भारतीय जनजीवन को अनेक तरह से प्रभावित करता है। प्राचीनकाल से इसे ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती का जन्मदिवस माना जाता है। जो शिक्षावदि् भारत और भारतीयता से प्रेम करते हैं, वे इस दिन मां शारदे की पूजा कर उनसे और अधिक ज्ञानवान होने की प्रार्थना करते हैं।
कार्यक्रम में अशोक राठी, कुलेश्वर साहू, महेश गुप्ता, चंचल शर्मा, सोनल सेन, चिंटू शर्मा, कुलेश्वरी जायसवाल, नरेन्द्र गुप्ता, निर्मल शर्मा, राजाबाबू गुप्ता, प्रकाश कश्यप, एवं अन्य समिति के सदस्य और स्कूली बच्चे उपस्थित थे।