पुलिस ने तीन दिन पहले मिली अधजली लाश के मामले को सुलझा लिया है। इस मामले में आरोपी द्वारा किशोर की हत्या इसलिए कर दी थी कि वह लखपति बनना चाहता था। किशोर को फांसी लगाकर उसकी जान लेने के बाद आरोपी ने शव को पैरावट में छुपा कर आग के हवाले कर दिया था। मामले में पुलिस ने आरोपी के साथ तंत्र-मंत्र के सहारे उसे लखपति बनाने का विश्वास दिलेने वाले तांत्रिक को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। मामला अंडा थाना अंतर्गत ग्राम अलबरस का है। यहां पुलिस को पैरावट की राख से पिछली 29 दिसंबर को जला हुआ शव बरामद हुआ था। पड़ताल के बाद शव की शिनाख्त ग्राम सलोनी (अर्जुंदा) निवासी किशोर रूद्र नारायण देशमुख के रुप में हुई थी। रूद्र नारायण 23 दिसंबर को अलबरस में आयोजित मंडई को देखने के लिए घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा था। शव की शिनाख्त होने के बाद पुलिस द्वारा इस मामले में संदेह के आधार पर किशोर के दूर के रिश्तेदार पंचूराम देशमुख को अपने कब्जें में लिया गया। पूछताछ में मामला हत्या का निकला और इस हत्या की वारदात को पंचूराम ने ने अंजाम दिया था। पंचूराम ने पुलिस को बताया कि उसने रूद्रकुमार को मंडई में घूमाने के बहाने बुलाया था। अलबरस निकुम मार्ग पर स्थित खेत में लेजाकर उसने रूद्र को शराब पिलाई जिसके बाद रस्सी का फंदा बना करउसका गला घोंट करहत्या कर दी थी। पहचान मिटाने के लिए शव को पैरावट में रख कर आग के हवाले कर दिया था।
लखपति बनने दिया वारदात को अंजाम
पूछताछ में आरोपी पंचूराम ने बताया कि ढाई वर्ष पूर्व उसकी मुलाकात गांव में बंदर भगाने आए धनराज साहू से हुई थी। बातचीत में धनराज ने उसे बताया था कि यदि फांसी लगाई हुई रस्सी उसे लाकर दोंगे तो वह उस रस्सी पूजापाठ कर ठेर सारी रकम का मालिक उसे बना सकता है। इस बात पर विश्वास कर पंचूराम ने योजना तैयार कर ग्राम के ही रुद्र नारायण को अपना शिकार बनाया।
हत्या बाद किया टाइम नोट
पंचूराम ने किशोर की हत्या के बाद उसम समय को मृतक के नाम के साथ एक कागज में नोट किया था। इस कागज को और रस्सी को लेकगरप वह ग्राम गुटकेल (नगरी-धमतरी निवासी) धनराज के पास पहुंचा औक कागज व रस्सी उसकेहवाले कर दी थी। धनराज ने 31 दिसंबर को पूजा करने का आश्वासन उसे दिया था।