दुर्ग (छत्तीसगढ़)। राज्य में बढ़ती ठंड को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी जिला कलेक्टर को क्षेत्र में अलाव जलाने की व्यवस्था करने के साथ रैन बसेरों में कबंल व ठंड से बचाव के पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए है। इसके अलावा राहगीरों व यात्रियों की सुविधा के लिए अस्थाई रैन बसेरा स्थापित किए जाने के भी निर्देश दिए गए है। इसके बावजूद निगम प्रशासन इन निर्देशों के प्रति गंभीर नजर नहीं आ रहा है। शहर में जहां अस्थाई रैनबसेरा स्थापित किए जाने की कोई योजना नहीं है। वहीं महज तीन स्थानों पर अलाव जलाकर खानापूर्ति किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं बेघर परिवारों की संख्या लगभग नगण्य होने का हवाला देकर अस्थाई रैनबसेरा स्थापित किए जाने से पल्ला झाडने का प्रयास निगम प्रशासन कर रहा है।
आज से तीन स्थानों पर जलेंगे अलाव
नगर निगम प्रशासन द्वारा शहर में ठिठुरती ठंड से राहत देने के लिए तीन स्थानों पर अलाव जलाए जाने का निर्णय लिया है। इसके लिए निगम आयुक्त इंदरजीत बर्मन द्वारा अधिनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए गए है। नया बस स्टैंड में सोमवार शाम से अलाव जलाए जाने की व्यवस्था की गई है। वहीं नया बस स्टैंड के साथ रेलवे स्टेशन परिसर व जिला अस्पताल परिसर में आज शाम से अलाव जलाए जाने की व्यवस्था निगम प्रशासन द्वारा की जाएगी। निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन ने इस संबध में बताया कि शहर में फिलहाल तीन स्थानों पर ठंड से राहत देने के लिए अलाव जलाए जाने की व्यवस्था की गई है। जरुरत पडऩे पर जिन स्थानों पर रात्रि में राहगीरों का अधिक जमावड़ा रहता है वहां भी अलाव जलाए जाएगें।
शहर में महज 12 परिवार बेघर
आयुक्त इंद्रजीत बर्मन बताया कि शहर में बहज 12 परिवार बेघर है। इसलिए ठंड से बचाव के लिए अस्थाई रैनबसेरा प्रारंभ करने की आवश्यक्ता नहीं है। फिलहाल नया बस स्टैंड और अस्पताल परिसर में संचालित रैनबसेरा पर्याप्त है। वहीं जरुरतमंदों को गर्म कपड़ा या कबंल उपलब्ध कराने के लिए नागरिकों व स्वयंसेवी संगठनों से सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए दादा-दादी पार्क में नेकी दीवार के नाम से जल्द ही कलेक्शन सेंटर प्रारंभ किया जाएगा। जहां नागरिक जरुरतमंदों के लिए इन सामग्रियों का दान कर सकते है।