ईडी की कार्रवाई पर सीएम का तंज, अपनों पर रहम गैरों पर सितम, कहा कर्नाटक हार से बौखलाई बीजेपी कराएगी ताबड़तोड़ कार्रवाई

रायपुर (छत्तीसगढ़)। सीएम भूपेश बघेल ने केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया है। ईडी मामले कहा कि केन्द्र की ओर से पक्षपातपूर्वक कार्रवाई की जा रही है। अपनों पर रहम, गैरों पर सितम की तरह कार्रवाई हो रही है। पत्रकारों से चर्चा में विधानसभा चुनाव में सीटों के टारगेट के सवाल पर कहा कि अबकी बार 75 पार। उन्होंने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद बीजेपी नेता बौखलाए हुए हैं। आगामी दिनों में छत्तीसगढ़ में ईडी ताबड़तोड़ कार्रवाई करेगी।

सीएम ने कहा कि जिस प्रकार से कोई जानवर घायल होने पर और ज्यादा हिंसक हो जाता है, ठीक उसी तरह बीजेपी कर्नाटक में हार के बाद बौखलाई हुई है। इस वजह छत्तीसगढ़ में ताबड़तोड़ ईडी की कार्रवाई करवाएगी। जांजगीर चांपा के नवागढ़ में नशीली शराब पीने से हुई मौत पर कहा कि जांच कराएंगे इसमें जो भी व्यक्ति दोषी होगा। उस पर कार्रवाई की जाएगी।

केन्द्र की सत्ता में पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को 9 साल पूरे हो रहे हैं। जिसे लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पीएम मोदी की जो उपलब्धि नोटबंदी है। उनके कार्यकाल को 9 साल बीत रहा है लेकिन आज तक केंद्र सरकार ने ये नहीं बता पायी है कि कितना काला धन देश का जमा हो पाया।
आरबीआई में कितने नोट जमा हुए यह भी आज तक कि उन्होंने जारी नहीं किया। इसके अलावा लॉकडाउन से देश को भारी नुकसान हुआ। कितने लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा,कितनों के रोजगार छीन लिये गए। इसके कोई आंकड़े उन्होंने जारी नहीं किए।

शौचालय बनवाए लेकिन वो भी अधूरा है, उज्जवला योजना होने शुरू की तो 400 सौ रूपए रसोई गैस की कीमत थी अब बढ़कर 12 सौ हो गई है। महंगाई हाहाकार मचा रही है, जिसमें हाथ डाले वहां नुकसान हुआ, किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी लेकिन किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।

दिल्ली में कितने लोगों ने आंदोलन करते करते जान गंवा दी हैं। कमेटी बनाई गई कमेटी का कोई अता-पता नहीं है। 6000 किसान सम्मान निधि देने की बात थी पहले कुछ लोगों को मिला उसके बाद जो नाम कटते गए फिर कटते गए और वह आंकड़े ही घट गए।अभी मनरेगा जिसे वे कांग्रेस की असफलताओं का स्मारक कहते थे, यह वही मनरेगा है जो लॉकडाउन के समय कोरोना काल में लोगों की अर्थव्यवस्था सुधारने में मददगार साबित हुई और आज स्थिति यह है कि उसके बजट को एक तिहाई कर दिए हैं।