
बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। बिलासपुर में शनिवार देर रात गैंगवार होने की वारदात सामने आई है। पुराने बदमाश मेडी की गैंग ने वसीम खान के एक सदस्य को घेर कर जानलेवा हमला कर दिया। यह पूरी वारदात घटनास्थल के आसपास लगे CCTV में कैद हो गई है। अब घटना को अंजाम देने वाले तीन बदमाशों गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं अन्य की तलाश की जा रही है।
वारदात शनिवार रात करीब 1:30 बजे के आसपास हैवंस पार्क इलाके में हुई है। तारबहार थाने की पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। हमलावरों की पहचान भी कर ली गई है। सभी बिलासपुर शहर के पुराने बदमाश हैं। हमला भास्कर वर्मा नाम के युवक पर किया गया। बुरी तरह से घायल वर्मा का हाथ फ्रैक्चर है।

फिलहाल कुछ युवकों को पकड़ा गया है। इनमें काव्य गढ़ेवाल, सिद्धार्थ शर्मा राजेंद्र नगर सिविल लाइन,प्रिंस शर्मा कंस्ट्रक्शन कॉलोनी तारबाहर, और आयुष मराठा शामिल हैं जो कुदुदंड इलाके का रहने वाला है।
बताया जा रहा है कि रितेश निखारे उर्फ मेडी तथा वसीम गैंग के बीच रंजिश काफी समय से है। फरवरी 2022 में इसके गैंग के एक नाबालिग युवक की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से ही नितेश और वसीम खान के गैंग के बीच लगातार विवाद चल रहा है। इन गुटों के बीच रेलवे के ठेके को लेकर भी विवाद है जिसकी वजह से आए दिन इनके बीच मारपीट होती है और अब इस तरह से जानलेवा हमले की घटना सामने आई है।
मेडी गैंग ने भास्कर वर्मा की हत्या की प्लानिंग पहले से थी। हमले के वक्त भास्कर वर्मा के साथ मौजूद उसके दोस्त नवीन गोस्वामी ने पुलिस को बताया कि रात करीब 10:00 बजे के आसपास भास्कर ने नवीन को फोन कर उसे लेने आने को कहा। भास्कर की गाड़ी खराब हो गई थी । हमलावर पहले ही भास्कर वर्मा का पीछा कर रहे थे। नवीन अपनी मोपेड से हेवंस पार्क गली के सामने भास्कर को लेने आया तभी अचानक 2 कार और 3 बाइक पर सवार 10-15 लोग अचानक पहुंच गए।
हमलावरों में बिलासपुर का हिस्ट्रीशीटर रितेश निखारे उर्फ मेडी, सिद्धार्थ शर्मा उर्फ छोटू साबिर उर्फ रानू खान, गोलू विदेशी, आदित्य प्रकाश दुबे, सोनू खान प्रिंस शर्मा काव्य गढ़वाल और अन्य हमलावर शामिल थे। इन सभी ने भास्कर वर्मा को गालियां देनी शुरू कर दी और उसे पीटने लगे। जान बचाने के लिए भास्कर इधर-उधर भागा, इसके बाद हमलावरों ने अपने साथ लाए अजीबोगरीब हथियार से उसे घेरकर हमला करना शुरू कर दिया। जिसके बाद भास्कर को मरा समझ कर मौके से भाग गए। इसके बाद वहां मौजूद भास्कर के साथी ने अन्य साथियों को फोन किया और भास्कर को अस्पताल पहुंचाया जहां उसका इलाज चल रहा है।
