शहीदों के परिजनों का हुआ सम्मान, गृहमंत्री ने कहा शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी मिलेगी जब उनके सपनों का बनेगा छत्तीसगढ़

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि आज प्रदेश जिस तरह से तरक्की कर रहा है। उसके पीछे उन शहीदों का योगदान है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहूति देकर राष्ट्र को संकट से बचाया। हम सब उनके प्रति कृतज्ञ हैं। राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। राज्य स्थापनी दिवस पर भिलाई के कला मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने शहीदों के परिजनों का सम्मान करते हुए उन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का संदेश भी सौंपा। मुख्यमंत्री के संदेश में लिखा था कि आपके हिस्से की रोशनी से प्रदेश में आई उजास की चंद रश्मियां एवं मिठास आपको सादर शुभकामनाओं सहित अर्पित है। गृह मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राज्य अपना स्थापना दिवस मना रहा है। प्रदेश की समृद्धि तभी आती है, जब हमारे जवान मुस्तैदी से अपना काम करते हैं। पूरी सजगता से वे कर्तव्यपथ पर आगे बढ़ते हैं और अपनी जान भी न्योछावर कर देते हैं। गृह मंत्री ने कहा कि राष्ट्र शहीदों के परिवारजनों के प्रति भी कृतज्ञ है। उन्होंने अपने हिस्से का उजास हमें दे दिया। उनके हिस्से का उजाला हम सबके हिस्से में आया। शहीदों के परिवारजनों का ऋण हम पर है जिसे कभी नहीं चुकाया जा सकता। इस अवसर पर हम अपनी गहरी संवेदनाएं एवं सम्मान इनके प्रति अर्पित करते हैं। गृह मंत्री ने कहा कि शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी मिलेगी जब हम उनके सपनों के छत्तीसगढ़ को मूर्त रूप देंगे। इसके लिए सामूहिक भागीदारी और श्रम आवश्यक है। हमें इसके लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। पूरे संकल्प के साथ काम करना होगा। समाज में सृजनात्मक शक्तियों को मजबूत करना होगा। विध्वंसकारी शक्तियों के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करना होगा। कार्यक्रम में उपस्थित विधायक अरुण वोरा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए शहीदा का नमन किया। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर यह संकल्प लें कि हम सब अपने प्रदेश को तरक्की की नई ऊंचाई देंगे। कार्यक्रम के आरम्भ में दृष्टिबाधित बच्चों ने अपनी प्रस्तुति दी।